Jharkhand: राखी पर बहनों के खाते में आएगी मईयां सम्मान योजना की पहली किस्त, इतने रुपये मिलेंगे

Jharkhand: राखी पर बहनों के खाते में आएगी मईयां सम्मान योजना की पहली किस्त, इतने रुपये मिलेंगे

सीएम हेमंत सोरन के अधिकारिक एक्स हैंडल से मिली जानकारी के अनुसार योजना का लाभ लेने के लिए अब तक 30 लाख महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. राज्य सरकार को अनुमान है इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं की संख्या 48 लाख तक हो सकती है.

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राखी पर बहनों के खाते में आएंगे 1000 रुपये, जानें किसे मिलेगा लाभ झारखंड में महिलाओं के लिए योजना (सांकेतिक तस्वीर)

झारखंड में महिलाओं को सम्मान देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को प्रति माह एक हजार रुपये उनके खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे. इस तरह से एक महिला को एक साल में 12 हजार रुपये दिए जाएंगे. योजना के लिए आवेदन जमा किए जा रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य की महिलाओं को मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना की पहली किस्त रक्षाबंधन के दिन दी जाएगी. इसका मतलब 19 अगस्त को योजना की पहली किस्त महिलाओं के खाते में ट्रांसफर की जाएगी. 

हालांकि अभी आवेदन जमा करने की प्रक्रिया चल रही है. इसलिए सभी महिलाओं को पहली किश्त की राशि रक्षाबंधन के दिन नहीं भी मिल पाएगी, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक सभी महिलाओं के खाते में मईयां सम्मान योजना की राशि भेज दी जाएगी. हेमंत सोरन के अधिकारिक एक्स हैंडल से मिली जानकारी के अनुसार योजना का लाभ लेने के लिए अब तक 30 लाख महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. राज्य सरकार को अनुमान है इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं की संख्या 48 लाख तक हो सकती है. बता दें कि इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया जाएगा जो 18 वर्ष से ऊपर हैं और 50 वर्ष के नीचे हैं. 

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रक्षाबंधन के दिन आएगी पहली किस्त 

रक्षा बंधन के दिन राज्य की 151 महिलाओं के खाते में यह राशि भेजी जाएगी. इसके साथ ही योजना की शुरुआत हो जाएगी. इस योजना के तहत प्रत्येक महीने की 15 तारीख को लाभुक महिलाओं के खाते में यह राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी. झारखंड में पहली बार किसी सरकार ने इस तरह की योजना शुरू की है. इसलिए योजना को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा रहा है. शुरुआत में जहां भी शिविर लगाकर फार्म लिए जा रहे थे, उन शिविरों में महिलाओं की लंबी लाइन देखी जा रही थी. इन सबके बीच योजना से जुड़े सर्वर में हो रही परेशानी के कारण फार्म जमा करने में परेशानी हो रही थी. 

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सर्वर के कारण हो रही परेशानी 

फार्म भरने में होने वाली परेशानियों को देखते नियमों में बदलाव किया गया है. अब आवेदन फार्म भरकर सीधे आंगनवाड़ी सेविका के पास जमा करना है. इसके बाद आंगनवाड़ी सेविका उस फार्म का वेरिफिकेशन करने के बाद उसे ऑनलाइन करने के लिए प्रज्ञा केंद्रों में जमा कर रही हैं. इस काम से जुड़े एक प्रज्ञा केंद्र संचालक ने कहा कि फार्म जमा करने के लिए डेडलाइन तो तय कर दी गई है, पर अधिकांश समय सर्वर डाउन रहता है. इसके कारण फार्म को अपलोड करने में परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सर्वर की खराबी सिर्फ इस योजना में नहीं है. मुख्यमंत्री सुखाड़ योजना का फार्म भरन के दौरान भी इसी तरह से सर्वर की परेशानी आई थी. 

 

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