बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 1 अणे मार्ग से रबी महाभियान-2023 की शुरुआत की. इस अवसर पर रबी महाभियान प्रचार रथों को बिहार के सभी 38 जिलों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दरअसल रबी सीजन की सफलता के लिए रबी महाभियान की शुरुआत की जा रही है. इस महाभियान में किसानों को रबी मौसम से संबंधित कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन और खेतों में पराली जलाने से मिट्टी और पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जाएगा.
इस महाभियान की मदद से किसानों को रबी फसलों की तकनीकी जानकारी दी जाएगी. साथ ही जैविक खेती को भी प्रोत्साहित किया जाएगा. मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम और फसल विविधीकरण से संबंधित जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा किसानों को चौथे कृषि रोड मैप के अलग-अलग आयामों की भी जानकारी दी जाएगी. प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने रबी महाभियान 2023 से संबंधित पुस्तिका का भी विमोचन किया. कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया.
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, निदेशक, कृषि विभाग आलोक रंजन घोष सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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हम सभी जानते हैं कि खेती करने के लिए साल में लगभग तीन सीजन होते हैं जिन्हें रबी, खरीफ और जायद सीजन कहा जाता है. लेकिन किस सीजन में किन फसलों की खेती करना फायदेमंद है, इस बारे में अधिकांश किसान नहीं जानते हैं. इन दिनों रबी फसलों की बुवाई का सीजन शुरू हो रहा है. यदि आप भी खेती करने की सोच रहे हैं तो उन फसलों की खेती करें, जिसकी बाजार में साल भर मांग बनी रहती है.
ऐसी फसलें किसानों को अच्छा मुनाफा देती हैं. दरअसल रबी फसलों में सबसे प्रमुख है गेहूं के साथ रबी सीजन में आप दहलन यानी चना, मसूर, मटर वहीं तिलहन फसलों में सरसों और अलसी की खेती कर सकते हैं. इसके अलावा आलू की भी खेती रबी सीजन में ही की जाती है.
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