MFMB: इस पोर्टल पर रज‍िस्ट्रेशन के ब‍िना एमएसपी पर नहीं बेच सकते गेहूं और सरसों 

MFMB: इस पोर्टल पर रज‍िस्ट्रेशन के ब‍िना एमएसपी पर नहीं बेच सकते गेहूं और सरसों 

Registration for Msp: कृषि से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ लेने और कृषि उत्पादों को अपने आस-पास की मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के ल‍िए किसान भाई-बहन सभी रबी फसलों का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करें. इस टोल फ्री नंबर पर लें मदद.

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MFMB: इस पोर्टल पर रज‍िस्ट्रेशन के ब‍िना एमएसपी पर नहीं बेच सकते गेहूं और सरसों एमएसपी पर फसल बेचने के ल‍िए करना होगा यह काम. (File Photo)

करीब दो महीने में गेहूं की फसल तैयार हो जाएगी. जबक‍ि एक अप्रैल से कई सूबों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं, सरसों और चना जैसी रबी फसलों की खरीद शुरू हो जाएगी. लेक‍िन, हर‍ियाणा में उन्हीं क‍िसानों से फसल खरीद की जाएगी जो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना रज‍िस्ट्रेशन करेंगे. यानी जिस किसान का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल (MFMB) पर होगा केवल वही किसान ही अपनी फसल को बिक्री के लिए मंडी में ला सकेगा. इसल‍िए समय रहते यह काम कर लीज‍िए. रज‍िस्ट्रेशन करवाने के बाद सरकार क‍िसानों के मोबाइल नंबर पर संदेश भेजती है क‍ि उसकी फसल क‍िस द‍िन खरीदी जाएगी. यही नहीं खेती-क‍िसानी से जुड़ी दूसरी योजनाओं का लाभ भी इस पोर्टल पर रज‍िस्ट्रेशन के ब‍िना नहीं म‍िलेगा.  

हर‍ियाणा सरकार ने कहा है क‍ि कृषि से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ लेने एवं कृषि उत्पादों को अपने आस-पास की मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के ल‍िए किसान भाई-बहन सभी रबी फसलों का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करें. हरियाणा में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के तहत 85 लाख एकड़ जमीन रजिस्टर्ड है. क‍िसानों को खुद अपने खेत में बोई गई फसल की जानकारी देनी होती है. उसी के आधार पर प्राकृत‍िक आपदा के दौरान नुकसान होने पर सरकार मुआवजा भी देती है. आप इस वेबसाइट (http://fasal.haryana.gov.in) पर रज‍िस्ट्रेशन कर सकते हैं. 

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पटवारी करेंगे वेर‍िफ‍िकेशन 

मेरी फसल मेरा ब्यौरा में किसान जो कुछ ऑनलाइन दर्ज करता है उसकी फिजिकल वेरिफिकेशन होती है. यह काम क्षेत्र का पटवारी करता है. कई ज‍िलों में इस काम के ल‍िए पटवार‍ियों को टैबलेट द‍िए गए हैं. ज‍िससे लोंगिट्यूडऔर लेटिट्यूड डिटेल के साथ वास्तविक समय के आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी. सरकार ने कहा है क‍ि इस टैबलेट को पटवारी अपने साथ रखेगा और यदि भविष्य में पटवारी की ट्रांसफर भी हो जाती है तो उसके स्थान पर जो भी पटवारी ड्यूटी पर आएगा उसे वह टैबलेट दिया जाएगा. 

मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल का फायदा

  • किसान का पंजीकरण, फसल का पंजीकरण, खेत का ब्यौरा और फसल का ब्यौरा. 
  • किसानों के लिए एक ही जगह पर सारी सरकारी सुविधाओं की उपलब्धता.  
  • कृषि संबंधित जानकारियां समय पर उपलब्ध होती हैं.  
  • खाद, बीज, ऋण व कृषि उपकरणों की सब्सिडी समय पर म‍िलती है.  
  • फसल की बिजाई-कटाई का समय व मंडी संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना. 
  • प्राकृतिक आपदा-विपदा के दौरान सही समय पर सहायता दिलाना. 

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इस नंबर पर ले सकते हैं मदद 

हर‍ियाणा सरकार के मुताब‍िक क‍िसान भाई सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 से शाम को 6 बजे तक टोल फ्री नंबर (18001802060) पर संपर्क करके पोर्टल से संबंध‍ित जानकारी ले सकते हैं. रज‍िस्ट्रेशन के ल‍िए भी मदद मांग सकते हैं. मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल की शुरुआत 5 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी. यह पोर्टल जमीन के रिकॉर्ड के साथ इंटीग्रेटेड है. इस पर रजिस्टर्ड होने के बाद बीज, खाद और कृषि उपकरणों की सब्सिडी डायरेक्ट अकाउंट में आ जाती है.  

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