केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकारें किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले Solar Pump रियायती दरों पर मुहैया कराती हैं. इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने राज्य के किसानों को सौर सुजला योजना के तहत अपने 4.5 साल के कार्यकाल में अब तक 1.37 लाख किसानों के खेत पर सोलर पंप लगवा दिए हैं. सरकार का दावा है कि इस योजना की मदद से किसानों की न केवल फसल उपज में इजाफा हुआ है बल्कि किसानों की आय भी बढ़ी है. सौर ऊर्जा किसानों के लिए आजीविका को बेहतर एवं खेती को स्थायित्व देने वाला साधन बनकर उभरा है. राज्य में इस योजना का संचालन छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (CREDA) के माध्यम से संचालित किया जा रहा है. एजेंसी ने अपने एक अध्ययन के आधार पर बताया कि सौर ऊर्जा के कारण किसानों के लिए फसल विविधता यानी Crop Diversification करना आसान हुआ है. इसके फलस्वरूप अब तक सिर्फ गेहूं और धान जैसी परंपरागत फसलें कर रहे किसान अब मक्का, सब्जियां और अन्य बागवानी फसलें भी करने लगे हैं.
राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि सौर सुजला योजना में दूरदराज के उन जिलों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनमें गांवों तक किसान कल्याण की सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना मुश्किल भरा साबित होता था. इसका उदाहरण बलरामपुर जिला बनकर उभरा है. सरकार का दावा है कि सुदूर अंचल में मौजूद बलरामपुर जिले में साढ़े चार साल में 9143 किसानों को सौर सुजला योजना के तहत सोलर पंप दिए गए है.
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बलरामपुर जिले चंदनपुर गांव के किसान बनारसी मेहता ने बताया कि उनके पास 1.5 एकड़ कृषि योग्य भूमि है और सिंचाई का साधन नलकूप है. इस पर सोलर पम्प लगवाने के बाद वह धान के अलावा अपनी जमीन पर बागवानी खेती भी करने लगे हैं. मेहता ने सोलर पम्प को उनकी आय में इजाफे की वजह बताते हुए कहा कि वह अपने पड़ोसी किसानों की भी सिंचाई में मदद करने में सक्षम हुए हैं.
बलरामपुर के कृष्णा नगर गांव के किसान सुकुमार ने इस साल 03 एचपी क्षमता का सोलर पंप सरकारी अनुदान पर लिया है. इससे वह अपने लगभग 1.5 एकड़ खेत में सिंचाई करने लगे हैं. अब वह खेती में बारिश पर निर्भर नहीं रहते हैं. उन्होंने बताया कि इस साल बारिश होने में देरी हुई, तब उन्होंने धान की रोपाई का काम सोलर पंप की मदद से समय पर कर लिया. उन्होंने बताया कि अब वह अपने खेत में धान के अलावा साग-सब्जी का भी उत्पादन करने की तैयारी कर रहे हैं.
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क्रेडा की ओर से बताया गया कि बलरामपुर जिले में सोलर पंप को लेकर किसानों का रुझान देखते हुए सरकार ने सौर सुजला योजना में इस जिले के लिए 1500 सोलर पंप किसानों को देने का लक्ष्य तय किया है. इसके लिए इच्छुक किसान अपना आधार कार्ड, जमीन का खसरा, रकबा एवं कार्य स्थल का सत्यापित नक्शा, जाति प्रमाण पत्र की छायाप्रति तथा आवेदन शुल्क का डिमांड ड्राफ्ट जमा करके सोलर पंप के लिए आवेदन कर सकते हैं.
इसके तहत 03 एचपी के सोलर पंप के लिए 03 हजार रुपये एवं 05 एचपी के पंप के लिए 4800 रुपये का बैंक ड्राफ्ट जमा करना होगा. इसके साथ आवेदक किसान को स्थापना स्थल के फोटोग्राफ के साथ पासबुक की छायाप्रति भी जमा करनी होगी. आवेदन करने में किसी प्रकार की परेशानी होने पर किसान अपने जिले के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, क्रेडा या उप संचालक कृषि कार्यालय से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं.
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