
यूपी के बुंदेलखंड इलाके में सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी सरकारी गेहूं की खरीद में सभी जिले फिसड्डी साबित हुए हैं. हद तो यह है कि कुल 30 फीसद खरीद के साथ महोबा जिला अव्वल आया है, तो 29 फीसद खरीद के साथ हमीरपुर फिसड्डी साबित हुआ है. यानी सबसे अधिक सरकारी गेहूं की खरीद महोबा में हुई है, वह भी 30 फीसद. इस हिसाब से बुंदेलखंड में गेहूं की खरीद लक्ष्य से आधी भी नहीं हो पाई है.
बुंदेलखंड में चित्रकूट धाम मंडल के सभी चारों जिलों में सरकारी गेहूं की एमएसपी पर खरीद का हाल देखें तो पता चल जाएगा कि इस बार खरीद कितनी पीछे रही. एमएसपी समर्थन मूल्य योजना के तहत किसानों का गेहूं खरीदने के लिए महोबा जिले में 42 क्रय केंद्र बनाए गए थे. इन सभी केंद्रों पर गुरुवार से गेहूं खरीद का काम समाप्त हो गया. महोबा जिले में लक्ष्य के सापेक्ष महज 30 फीसद ही गेहूं की खरीद हो सकी, लेकिन खरीद के मामले में महोबा मंडल में अव्वल रहा.
महोबा जिले में इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा चार गुना गेहूं की खरीद की गई. अधिकांश किसानों ने खरीद केंद्र की बजाय खुले बाजार में गेहूं बेचने में दिलचस्पी दिखाई. जिले में गेहूं खरीद का काम एक अप्रैल से शुरू हुआ था. शुरुआती दौर में 40 केंद्र बनाए गए थे. इसके बाद दो और केंद्र बढ़ाए गए. खरीद शुरू होने के एक पखवाड़े तक केंद्रों में सन्नाटा पसरा रहा.
ये भी पढ़ें: एमएसपी की क्यों पड़ी थी जरूरत, किसने की इसकी शुरुआत, जानिए इसके बारे में सबकुछ
निधारित समर्थन मूल्य से 50 रुपये अधिक खुले बाजार में गेहूं का प्रति क्विंटल दाम मिलने और नकद भुगतान होने के चलते किसानों ने बाजार में गेहूं बेचा. अधिकारियों ने गांव-गांव जाकर प्रचार-प्रसार करने का कोई खास असर नहीं दिखा. शासन की ओर से इस बार महोबा को 38 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया था. इसके सापेक्ष 2,681 किसानों का 11396.85 एमटी ही गेहूं खरीदा जा सका जो लक्ष्य का 30 फीसद रहा.
ये भी पढ़ें: Wheat Price: गेहूं की स्टॉक लिमिट को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, 15 साल में पहली बार उठाया ऐसा कदम
वहीं हमीरपुर जिले में 62 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 29 फीसद ही गेहूं की खरीद हो सकी. बांदा और चित्रकूट जिलों में इससे भी कम फीसद खरीद होने से महोबा मंडल में अव्वल रहा. जिला खाद्य और विपणन अधिकारी रामकृष्ण पांडेय का कहना है कि पिछले साल भी 38 हजार एमटी खरीद के सापेक्ष 2558.90 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार चार गुना अधिक खरीद हुई है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today