'...अब मिलेनियर दीदी बनना है', शिवराज ने स्‍वतंत्रता दिवस पर लखपति दीदि‍यों को दिया नया लक्ष्‍य

'...अब मिलेनियर दीदी बनना है', शिवराज ने स्‍वतंत्रता दिवस पर लखपति दीदि‍यों को दिया नया लक्ष्‍य

स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में मध्य प्रदेश की लखपति दीदियों और किसानों से मुलाकात कर उन्हें ‘मिलेनियर दीदी’ बनने का लक्ष्य दिया. उन्होंने आत्मनिर्भरता, नशामुक्त गांव और महिला-पुरुष समानता पर जोर देते हुए ग्रामीण विकास में भागीदारी की अपील की.

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'...अब मिलेनियर दीदी बनना है', शिवराज ने स्‍वतंत्रता दिवस पर लखपति दीदि‍यों को दिया नया लक्ष्‍यलखपति दीदियों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने आईं, दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की मध्य प्रदेश की दीदियों और राज्य के किसानों से अपने दिल्ली स्थित निवास पर मुलाकात की. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि आप मेरे निवास पर पधारे, यह मेरे लिए अत्यंत खुशी का पल है. मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य यही है कि देश की प्रत्येक बहन गरीबी से मुक्त रहें, लखपति बनें, आत्मनिर्भर बनें और सशक्त बनते हुए देश की प्रगति में भूमिका निभाएं. 

लखपति दी‍दियों को नया लक्ष्‍य

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने लाडली बहना योजना के तहत बेटियों की जिंदगी में बदलाव की कोशिश की. अब केंद्र में मंत्री की भूमिका में यही प्रयास है कि लखपति दीदियों का अधिक से अधिक कल्याण हो. शिवराज सिंह ने दीदियों से कहा कि आप बेहतरीन काम कर रही हैं, लेकिन अभी और आगे जाना है. लखपति दीदी के बाद मिलेनियर दीदी बनना है.

उन्होंने कहा कि कोई कार्य कठिन नहीं, असंभव नहीं. एक बार ठान लिया तो किसी भी लक्ष्य को अर्जित किया जा सकता है. मुझे पूरी उम्मीद है कि दीदियां और आगे बढ़ते हुए सफलता की नई कहानियां लिखेंगी. लखपति दीदियां देश का गौरव हैं. शिवराज सिंह ने दीदियों से कहा कि आप ग्रामीण बदलाव की वाहक हैं. आपके प्रयास, प्रगति की नई तस्वीर उकेर सकते हैं.

गांव में न बिके शराब: शि‍वराज सिंह

उन्‍होंने कहा कि कोशिश करते रहिए, गांव में नशामुक्ति के लिए प्रयास करिए, मैं भी इसका समर्थन करते हुए पूरी मदद करूंगा. यह कोशिश तो जरूर हो सकती है कि कम से कम गांव में शराब नहीं बिके. चौहान ने महिला-पुरुष समानता पर बात करते हुए कहा कि बेटे-बेटियों में कोई भेदभाव नहीं. परिजनों को दोनों की परवरिश एक समान रूप से करनी चाहिए, साथ ही नैतिक और सांस्कृतिक शिक्षा का पाठ समान रूप से सिखाना चाहिए. 

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने बदली जिंदगी

मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के से आईं दीदियों ने भी पूरी उत्सुकता के साथ अपने अनुभव साझा किए और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जीवन में आए बदलाव के लिए केंद्रीय मंत्री चौहान के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने उनकी जिंदगी बदलने का काम किया है.

आज वे आत्मनिर्भर है, सशक्त है, शिक्षा की ओर प्रेरित है, अपने बलबूते अपनी पहचान बना रही है, तो यह सिर्फ मिशन के वजह से ही संभव हो पाया है. इस अवसर पर मध्य प्रदेश से आए किसानों ने भी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह के साथ संवाद किया. सभी किसान भाई-बहनों ने केंद्रीय मंत्री को दिल्ली आमंत्रण और जनकल्याण के लिए की जा रही कोशिशों के लिए दिल से धन्यवाद दिया.
 

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