झारखंड में 1 रुपये में होगा फसल का बीमा, जानिए नुकसान होने पर कितना मिलेगा मुआवजा और कैसे करना है आवेदन

झारखंड में 1 रुपये में होगा फसल का बीमा, जानिए नुकसान होने पर कितना मिलेगा मुआवजा और कैसे करना है आवेदन

बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन की फसलों धान, मक्का और रबी की फसलों में चना, गेहूं और आलू फसल का बीमा किसान करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें सिर्फ एक रुपये की प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा.

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सिर्फ 1 रुपये में होगा फसल का बीमा, नुकसान होने पर कितना मिलेगा मुआवजा और कैसे होगा आवेदन, जानिए झारखंड के किसानों के लिए खुशखबरी (सांकेतिक तस्वीर)

झारखंड के किसानों को राहत पहुंचाते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर से बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना योजना शुरू की है. इस योजना के तहत एक रुपये में फसलों का बीमा किया जाएगा. राज्य के किसानों के लिए यह योजना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पिछले दो साल से राज्य में कोई भी फसल बीमा योजना लागू नहीं थी. राज्य के किसानों की जरूरतों को देखते हुए यह योजना फिर से शुरू की गई है. इससे किसानों को एक रुपये के प्रीमियम का भुगतान करके खरीफ और रबी सीजन की कुल 5 फसलों पर बीमा का लाभ मिलेगा. 

बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन के फसलों के लिए धान, मक्का और रबी की फसलों में चना, गेहूं और आलू का बीमा किसान करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें सिर्फ एक रुपये की प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा. सरकार यह योजना चालू खरीफ वर्ष और रबी वर्ष 2025-26  के लिए लेकर आई है. बता दें की बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत राज्य के किसानों को यह लाभ दिया जा रहा है. इस योजना के तहत किसान बीमा कराने वाले बैंक, प्रज्ञा केंद्र, पीएमएफबीवाई पोर्टल या फिर अधिकृत बीमा कार्यालय में जाकर एक रुपये के प्रीमियम का भुगतान करके लाभ ले सकते हैं. 

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इतना मिलेगा मुआवजा

बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को 80 फीसदी फसल नुकसान होने पर धान के लिए 70 हजार रुपया प्रति एकड़ और मक्का के लिए 50 हजार रुपया प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाएगा. राज्य सरकार की तरफ से तीन एजेंसियों को फसल बीमा कराने के लिए लिस्ट किया गया है. फ्यूचर जेनरल इंश्योरेंस इंडिया कंपनी लिमिटेड को देवघर के किसानों का फसल बीमा करने का जिम्मा मिला है. जबकि गढ़वा, कोडरमा, पूर्वी सिंहभूम, साहिबगंज, पलामू, रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम और लोहरदगा में एचडीएफसी को बीमा करने का जिम्मा मिला है. गोड्डा, बोकारो लातेहार और चतरा में आईआईसीआई लोम्बार्ड बीमा करेगी. इसके अलावा दुमका, गिरिडीह, सरायकेला खरसावां, पाकुड़, रांची,जामताड़ा, सिमडेगा, हजारीबाग और खूंटी में बजाज अलायंज की तरफ से बीमा किया जाएगा. 

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सभी किसानों को मिलेगा लाभ

योजना के तहत राज्य के वैसे सभी किसान आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने केसीसी के तहत लोन लिया है या नहीं लिया है. खरीफ फसल के लिए बीमा कराने की अंतिम तारीख 31 अगस्त तक रखी गई है. बता दें की राज्य में फिलहाल 13 लाख ऐसे किसान हैं जिन्होंने केसीसी का लाभ लिया है. इसलिए बैंकों को निर्देश दिया गया है कि तय समय के पहले सभी किसानों का बीमा करा लिया जाए.     

बीमा कराने के लिए इन दस्तावेजों की होगी जरूरत

  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
  • जमीन से संबंधित कागजात
  • बटाई प्रमाण पत्र
  • फसल बुवाई का सेल्फ अटेस्टेड प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
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