बिहार में बड़े स्तर पर हो सकता है दूध उत्पादन, इसकी संभावनाएं अपार हैं: शाह

बिहार में बड़े स्तर पर हो सकता है दूध उत्पादन, इसकी संभावनाएं अपार हैं: शाह

अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, केंद्र सरकार ने मोटा अनाज की खेती को बढ़ाने का काम किया है. यहां का अनाज विदेश जाएगा, यहां तक कि डेयरी उद्योग बिहार में विकसित होगा. भारत सरकार बिहार में बहुत यूरिया भेज रही है, लेकिन यहां कालाबाजरी बहुत है. अब नैनो यूरिया को बढ़ावा दिया जाएगा.

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बिहार में बड़े स्तर पर हो सकता है दूध उत्पादन, इसकी संभावनाएं अपार हैं: शाहकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को पटना के बापू सभागार में किसान और मजदूर समागम में पहुंचे. पटना एयरपोर्ट से बापू सभागार तक अमित शाह का बीजेपी के नेताओं ने भव्य स्वागत किया और फूलों की बरसात की. बापू सभागार में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार में दूध उत्पादन बड़े स्तर किया जा सकता है. यहां इसकी अपार संभवानाएं हैं. शाह ने कहा, देश के सभी राज्यों में गेहूं, धान की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर होती है. लेकिन बिहार में नहीं होती है. यहां की सरकार सुस्त है.

अमित शाह ने कहा, नीतीश कुमार की सत्ता मोह से बिहार में जंगलराज बन गया है. नीतीश कुमार पीएम का सपना देख रहे हैं. यह संभव नहीं है. आने वाले समय में वे लालू यादव के साथ भी धोखा करेंगे. 2014 के बाद हर साल कृषि के बजट में इजाफा हुआ है. आज के समय में केंद्र का बजट एक लाख 25 हजार करोड़ का है. कृषि को प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र में लाकर खड़ा कर दिया है. शाह ने कहा, कृषि में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है. 

अमित शाह ने कहा, भाजपा की सरकार ने सह​कारिता के माध्यम से 2 लाख पंचायतों में सरकारी डेयरी बनाने का संकल्प किया है. डेयरी के लिए सबसे उपयुक्त जगह बिहार है. यहां भूमि, पानी और मेहनतकश मजदूर हैं. उन्होंने आगे कहा, 2009-14 में पौने चार लाख का अनाज खरीदा गया तो वहीं 2014-19 के दौरान भाजपा सरकार ने 8 लाख करोड़ का गेहूं और धान खरीदा. लेकिन बिहार के किसानों को इसका लाभ नहीं मिला. अब भाजपा सरकार बनेगी तब बिहार के किसानों को भी लाभ होगा.

अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, केंद्र सरकार ने मोटा अनाज की खेती को बढ़ाने का काम किया है. यहां का अनाज विदेश जाएगा, यहां तक कि डेयरी उद्योग बिहार में विकसित होगा. भारत सरकार बिहार में बहुत यूरिया भेज रही है, लेकिन यहां कालाबाजरी बहुत है. अब नैनो यूरिया को बढ़ावा दिया जाएगा. शाह ने कहा, बिहार में कृषि के लिए केंद्र सरकार की कई कार्ययोजना है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दबा कर बैठे हैं.

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पटना के बापू सभागार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों और मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टी किसानों को अपने खेमे में लाने का प्रयास कर रही हैं. शाह ने कहा कि अगर बिहार के किसान डबल इंजन की सरकार प्रदेश में लाते हैं तो यहां के किसानों की आर्थिक और सामाजिक जीवन में काफी बदलाव होगा. आगे उन्होंने कहा, स्वामी सहजानंद सरस्वती के बाद कोई देश में किसानों का नेता है, तो वह पीएम नरेंद्र मोदी हैं. 

एक दिवसीय दौरे पर बिहार आए गृह मंत्री ने बिहार के बाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र के लौरिया विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद पटना के बापू सभागार में किसानों और मजदूरों के सामने अपनी राय रखी. वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने कहा कि बिहार के बंटवारे के बाद किसी भी मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में कृषि और किसान नहीं रहे. इसके कारण बिहार के किसानों की स्थिति दयनीय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान कल्याण के लिए विभिन्न प्रकार की योजना चला रहे हैं. लेकिन बिहार सरकार उसमें सहयोग नहीं कर रही है.

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विवेक ठाकुर ने आगे कहा कि बिहार में तीन रोडमैप बन चुका है, लेकिन किसानों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है. कृषि रोडमैप को बिना समीक्षा के लागू कर रहे हैं. रोडमैप बनाने का पैसा बढ़ रहा है लेकिन विकास कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में सभी कृषि परियोजना चौपट है. किसानों को अपनी स्थिति सुधारनी है तो उन्हें एकत्र होना पड़ेगा. इसी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, हर किसान को छह हज़ार रुपये, यूरिया और पच्चीस सौ रुपये तक सब्सिडी मोदी सरकार दे रही है.

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