US ने हटाए कृषि टैरिफ, भारत के किसानों को मिल सकता है बड़ा फायदा

US ने हटाए कृषि टैरिफ, भारत के किसानों को मिल सकता है बड़ा फायदा

अमेरिका द्वारा कई कृषि उत्पादों पर टैरिफ हटाने से भारत के मसाले, चाय और अन्य निर्यात को नया मौका मिला है. जानें इस बदलाव से भारतीय किसानों और कृषि व्यापार को कितना फायदा हो सकता है.

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US ने हटाए कृषि टैरिफ, भारत के किसानों को मिल सकता है बड़ा फायदाअमेरिका की नई नीति से भारतीय किसानों को फायदा?

भारत को अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ छूट से हल्का फायदा: किसानों के लिए क्या मतलब है?
अमेरिका ने हाल ही में कई कृषि उत्पादों पर लगाए गए reciprocal tariffs (वापसी शुल्क) से कुछ वस्तुओं को बाहर कर दिया है. ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की रिपोर्ट के अनुसार, इस कदम से भारत को हल्का लेकिन महत्वपूर्ण फायदा मिल सकता है. यह खबर खासकर भारतीय किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भविष्य में कृषि निर्यात के नए अवसर खुल सकते हैं.

क्या बदला है अमेरिका के टैरिफ नियमों में?

व्हाइट हाउस ने 12 नवंबर को एक एग्ज़ीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया जिसमें कई कृषि उत्पादों को टैरिफ से छूट दी गई है. ये छूट 13 नवंबर से लागू हो चुकी है.

छूट वाली वस्तुएँ:

  • कॉफी, चाय, उष्णकटिबंधीय फल, फलों का रस
  • कोको, मसाले, केला, संतरा, टमाटर
  • बीफ और कुछ उर्वरक


अमेरिका ने माना है कि इन उत्पादों का या तो अमेरिका में उत्पादन कम होता है, या इनके लिए जलवायु अनुकूल नहीं है. इसलिए इन्हें आयात पर भारी शुल्क से मुक्त किया गया है.

भारत का वर्तमान निर्यात

GTRI के मुताबिक, टैरिफ छूट वाली इन वस्तुओं में अमेरिका सालाना करीब 50.6 बिलियन डॉलर का आयात करता है.
लेकिन भारत इसमें सिर्फ 548 मिलियन डॉलर का योगदान देता है- यानी बेहद छोटा हिस्सा.
भारतीय निर्यात अभी कुछ ही वस्तुओं में केंद्रित है:

  • काली मिर्च और लाल मिर्च के प्रॉसेस्ड उत्पाद- 181 मिलियन डॉलर
  • अदरक, हल्दी, करी मसाले- 84 मिलियन डॉलर
  • सौंफ, जीरा- 85 मिलियन डॉलर
  • इलायची और जायफल- 15 मिलियन डॉलर
  • चाय- 68 मिलियन डॉलर
  • नारियल, कोको, दालचीनी, लौंग आदि की छोटी मात्रा

कहां पिछड़ रहा भारत

रिपोर्ट बताती है कि भारत का टमाटर, खट्टे फल, तरबूज-खरबूजा, केला, ताज़े फल और फलों के रस जैसे बड़े बाजारों में लगभग कोई योगदान नहीं है. यही वे श्रेणियां हैं जहाँ अमेरिका सबसे ज्यादा आयात करता है- और अभी भारत उनसे लाभ नहीं उठा पा रहा है.

किस किसानों को मिलेगा तुरंत फायदा?

टैरिफ छूट का सबसे जल्दी फायदा इन सेक्टरों को मिल सकता है:

  • मसाले उगाने वाले किसान
  • दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के मसाला उत्पादक
  • चाय उत्पादक
  • कोको व नारियल किसान (सीमित स्तर पर)

अगर भारतीय कंपनियाँ और निर्यातक तेज़ी दिखाएँ, तो अमेरिका के बाजार में निर्यात थोड़ा और बढ़ सकता है.

लंबी अवधि में बड़ा मौका कहां है?

GTRI का कहना है कि असली फायदा उन्हें मिलेगा जो बड़ी मात्रा में उत्पादन और तेज़ सप्लाई चेन संभाल सकते हैं- जैसे लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और ASEAN देश.
भारत को बड़ा लाभ मिलेगा केवल तभी, जब हम:

  • उत्पादन का पैमाना बढ़ाएं
  • कोल्ड-चेन और स्टोरेज प्रणाली मज़बूत करें
  • नई फसलों में विविधता लाएं
  • कृषि निर्यात बास्केट बढ़ाएं

अमेरिका की यह टैरिफ छूट भारत के लिए एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण अवसर है. अभी इसका सीधा लाभ मसालों और चाय जैसे उत्पादों तक सीमित रहेगा, लेकिन अगर भारत अपनी उत्पादन क्षमता, गुणवत्ता और सप्लाई चेन को मजबूत करे तो आने वाले वर्षों में कृषि निर्यात कई गुना बढ़ सकता है. किसानों के लिए यह समय है कि वे नए बाजारों की जरूरतों को समझें और आधुनिक खेती व प्रोसेसिंग तकनीक अपनाएं.

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