शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश से फसलों को हुए नुकसान के बाद किसानों के लिए पूरी तरह से कर्ज माफी की मांग की. साथ ही इस मसले पर चर्चा के लिए विधानमंडल का एक विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की. इस स्थिति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि सत्तारूढ़ दल को शासन करना नहीं आता. राज्य में 20 सितंबर से भारी बारिश और उफनती नदियों ने राज्य के कई हिस्सों, खासकर मराठवाड़ा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, जिसमें कम से कम नौ लोगों की जान जा चुकी है.
सरकार ने कहा है कि बाढ़ के कारण 30,000 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर लगी फसलें बह गईं. यहां एक मीडिया कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, 'हम राज्य के किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी की मांग करते हैं क्योंकि भारी बारिश ने उनकी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है.' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रभावित किसानों के लिए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर राहत की घोषणा करनी चाहिए. ठाकरे ने मौजूदा स्थिति के कारण किसानों के सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा के लिए राज्य विधानमंडल का एक विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की.
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि पंजाब में प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है लेकिन महाराष्ट्र के किसानों की अनदेखी की जा रही है. ठाकरे ने कहा, 'बिहार चुनाव को देखते हुए वहां पैसों की बारिश हो रही है लेकिन मराठवाड़ा के किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं. प्रधानमंत्री को अब किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की मदद देनी चाहिए और पीएम केयर्स से तुरंत राहत जारी करनी चाहिए. आपने मंगलसूत्र चोरी की बात की थी, अब किसानों का मंगलसूत्र बचाइए.'
मराठवाड़ा के दौरे पर पहुंचे शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने किसानों की बदहाली पर राज्य और केंद्र सरकार को घेरा. ठाकरे ने कहा कि लगातार बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं, खेतों में नदी का पानी भर गया है और जमीन को सामान्य होने में पांच साल लग जाएंगे. ऐसे हालात में किसान कर्ज कैसे चुकाएंगे? उन्होंने कहा कि किसानों को अब तक जितनी भी मदद मिली है, वह नाकाफी है. ठाकरे ने कहा, 'लगभग 14 हजार करोड़ की सहायता जो पहले घोषित की गई थी, किसानों तक नहीं पहुंची. किसान कह रहे हैं कि जैसे मैंने कर्ज माफ किया था, वैसे ही इस सरकार को भी माफ करना चाहिए. हर दिन किसानों की आत्महत्या की खबरें आ रही हैं, सरकार का रवैया बेहद उदासीन है.'
ठाकरे ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का भी मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब देश का दुश्मन आतंकवादी भेज रहा है तब ऐसे देश के साथ क्रिकेट खेलना शर्मनाक है. साथ ही उन्होंने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार विरोधियों को दबा रही है और दूसरी ओर पाकिस्तान से मैच खेल रही है. उन्होंने कहा, 'इस मैच का बहिष्कार होना चाहिए और स्पॉन्सर कंपनियों को भी इससे दूर रहना चाहिए.
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