किसानों ने अपने आंदोलन के तहत जिस रेल रोकों की शुरुआत की है, उसकी वजह से अब भारतीय रेल को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. ताजा जानकारी के तहत लुधियाना रेलवे स्टेशन को रविवार को यात्रियोंके करीब डेढ़ लाख रुपये वापस लौटाने पड़े हैं. किसानों के रेल रोकों आंदोलन की वजह से हजारों यात्रियों ने अपनी टिकट कैंसिल कराई और फिर ये रकम रिफंड के तौर पर रेलवे को वापस करनी पड़ी. फिरोजपुर डिविजन के एक अधिकारी की मानें तो रेल रोको आंदोलन की वजह से कई टिकट कैंसिल कराई जा रही हैं. रविवार को इसकी वजह से ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है.
किसानों की तरफ से 17 अप्रैल को रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया था. तब से ही किसान ट्रैक्स पर बैठे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. फिरोजपुर डिविजन जो पंजाब और जम्मू कश्मीर जाने वाली ट्रेनों का संचालन करता है, उसकी तरफ से रविवार को र1439 यात्रियों को सात लाख चार हजार की रकम रिफंड की गई है. पिछले चार दिनों में 3821 यात्रियों के 20 लाख 12 हजार रुपये वापस किए गए हैं.
इस बीच करीब 62 ट्रेनों का रास्ता बदला गया है, 44 को कैंसिल किया गया है, तीन ट्रेनों को छोटे रूट तक चलाया गया और तीन ट्रेनों को शॉर्ट ओरिजिनेटेड किया गया. शनिवार को भी 33 ट्रेनें कैंसिल थीं, 56 का रास्ता बदला गया, चार को कम दूरी तक चलाया गया और तीन को शॉर्ट ओरिजिनेटेड किया गया. इसी तरह से शुक्रवार को 21 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, 54 का मार्ग बदला गया, चार को शॉर्ट-ओरिजिनेट किया गया और चार को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया.
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फिरोजपुर डिविजन ने गुरुवार को 29 ट्रेनें कैंसिल की. इसके अलावा, गुरुवार को 28 ट्रेनों का रास्ता बदला गया, चार को शॉर्ट-ऑरिजिनेट किया गया और चार ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया. बुधवार को 26 ट्रेनों का मार्ग बदला गया, तीन रद्द की गईं, दो के समय में बदलाव किया गया और एक को रेगुलेट किया गया. किसान संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनल तले शंभू बॉर्डर के करीब रेलेव ट्रैक्स पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि हरियाणा पुलिस ने जिन तीन किसानों को गिरफ्तार किया है, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.
रेलवे अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि फिरोजपुर डिविजन की 388 ट्रेनों पर आंदोलन का असर पड़ा है. इनमें से 130 ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, 226 ट्रेनों का रास्ता बदला गया है, 15 को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है जबकि 14 ट्रेनों को शॉर्ट ओरिजिनेटेड किया गया. दो ट्रेनों को रि-शेड्यूल किया गया और एक को रेगुलेट किया गया.
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ट्रेनों की आवाजाही बाधित होने से यात्रियों को पिछले पांच दिनों से परेशानी उठानी पड़ रही . कई लोगों ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर कई घंटे बिताने के बाद उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अपने टिकट रद्द करने और टैक्सी किराए पर लेनी पड़ी. शंभू स्टेशन पर किसानों के विरोध के कारण अंबाला मंडल में बाधित ट्रेनों में अमृतसर-नई दिल्ली इंटरसिटी जैसी अहम सर्विसेज शामिल हैं. इससे अमृतसर, लुधियाना, बठिंडा, फाजिल्का, हिसार और बाकी रास्ते प्रभावित हो रहे हैं.
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