प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने खेती-बाड़ी के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा, 2014 से अभी तक खेती के बजट में 10 गुना वृद्धि की गई है. पहले यूरिया मांगने पर लाठी पड़ती थी. रात भर कतारों में खड़ा होना पड़ता था. खाद किसानों के नाम पर निकलती थी लेकिन खेत तक नहीं पहुंचती थी. कहीं और पहुंच जाती थी. आज किसान को पर्याप्त खाद मिल रही है. कोविड के दौरान जब पूरी दुनिया में इसकी कमी थी, तब भारत में ऐसा नहीं हुआ.
प्रधानमंत्री ने कहा, हमने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूने का प्रयास किया है. किसान एक मजबूत स्तंभ है. कोविड संकट के बाद दुनिया में दाम अनाप-शनाप बढ़ गए. यूरिया का जो बोरा 3000 का पड़ रहा है, सरकार ने झेला और किसान को 300 रुपये में दिया. किसान को ज्यादा लाभ मिले, इसके लिए हम काम कर रहे हैं. किसान को सस्ती खाद मिले, इसके लिए 12 लाख करोड़ खर्च किया गया है.
प्रधानमंत्री ने संसद में कहा, हमने रिकॉर्ड एमएसपी भी बढ़ाया और बीते दशक में तीन गुना अधिक हमने खरीदी की है. किसान को लोन मिले, आसान लोन मिले, सस्ता लोन मिले, इसके लिए उसमें भी तीन गुना वृद्धि की गई है. पहले प्राकृतिक आपदा में किसान को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता था. हमारे सेवाकाल में पीएम फसल बीमा के तहत 2 लाख करोड़ रुपये किसानों को मिले हैं. सिंचाई के लिए हमने कदम उठाए हैं. संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं है. पानी को लेकर बाबा साहब का विजन इतना क्लियर था कि आज भी हम लोगों को प्रेरणा देता है. हमने सौ से अधिक दशकों से लटकी सिंचाई परियोजनाएं पूरा करने का अभियान चलाया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंचाई पर बड़ा काम हो रहा है. 100 से अधिक सिंचाई परियोजनाओं जो दशकों से लटकी हुई थीं, हमने उस पर अभियान चलाया ताकि किसानों के खेत में पानी पहुंचे. नदियों को जोड़ने का विजन बाबा साहब का था. इसकी वकालत बाबा साहब ने की थी. लेकिन सालों तक, दशकों तक कुछ नहीं हुआ. आज हमने केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट और पार्वती-कालीसिंध प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है.
पीएम मोदी ने कहा, हर देशवासी का सपना होना चाहिए कि दुनिया के डाइनिंग टेबल पर मेड इन इंडिया फूड पैकेट क्यों नहीं हो. आज खुशी की बात है कि भारत की चाय और हमारी कॉफी भी दुनिया में अपनी महक फैला रही है. अपनी हल्दी की कोविड के बाद दुनिया में सबसे अधिक मांग बढ़ी है. हमारी कॉफी भी दुनिया में धूम मचानी चाहिए. बिहार का मखाना दुनिया में पहुंचने वाला है. दुनिया के बाजारों में मोटा अनाज यानी श्रीअन्न शान बढ़ाएगा.
अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने इथेनॉल ब्लेंडिंग की तारीफ में कहा कि इससे सरकार के 1 लाख करोड़ रुपये बचे हैं जिसका फायदा किसानों को मिल रहा है. इसी के साथ उन्होंने पीएम सूर्यघर स्कीम, सॉइल हेल्थ कार्ड, फिशरीज और ड्रोन दीदी स्कीम की भी सराहना की.
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