CM ने चलाया 'अंडे पे डंडा', बोले- संडे हो या मंडे... सब बेकार बातें, गाय का दूध सेहत के लिए अमृत

CM ने चलाया 'अंडे पे डंडा', बोले- संडे हो या मंडे... सब बेकार बातें, गाय का दूध सेहत के लिए अमृत

गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में CM मोहन यादव ने कहा कि अंडे खाने की बजाय गाय का दूध पीना बेहतर है. उन्होंने अंडे के प्रचार पर तंज कसते हुए गाय के दूध को अमृत बताया और गौशालाओं के विस्तार की योजना बताई.

Advertisement
CM ने चलाया 'अंडे पे डंडा', बोले- संडे हो या मंडे... सब बेकार बातें, गाय का दूध सेहत के लिए अमृतगौशाला में पहलवानों से मिलते हुए सीएम मोहन यादव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को पोषण के लिए अंडों के प्रचार पर सवाल उठाते हुए लोगों से गाय का दूध पीने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि गाय का दूध संपूर्ण आहार है और स्वास्थ्य के लिए अमृत समान है. मुख्यमंत्री यादव इंदौर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर हातोद स्थित एक गौशाला में आयोजित ‘गोवर्धन पूजा’ कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, “जिसके घर में गाय होती है, उसके परिवार के सभी सदस्य स्वस्थ रहते हैं. यह भगवान की लीला है.”

उन्होंने मशहूर विज्ञापन जिंगल “संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे” पर तंज कसते हुए कहा, “क्यों रविवार या सोमवार? यह सब बेकार की बातें हैं. जबरदस्ती अंडे खाने की क्या जरूरत है? जिन्हें खाने हैं वे खाएं, लेकिन हम सबको गाय का दूध पीना चाहिए और खुश रहना चाहिए.”

गाय का दूध अनेक पोषक तत्‍वों से भरपूर: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय का दूध अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होता है और यह बीमारियों से बचाव के लिए एक ढाल का काम करता है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बड़े शहरों में 10,000 से अधिक गोवंशों की क्षमता वाली विशाल गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि बीमार और परित्यक्त गायों को सुरक्षित आश्रय मिल सके.

पहले भी हुआ था अंंडे पर विवाद 

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में स्कूल और आंगनवाड़ी बच्चों के पोषण के लिए अंडे परोसे जाने को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है. वर्ष 2019 में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडे देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन भाजपा नेताओं ने धार्मिक भावनाओं का हवाला देकर इसका विरोध किया था.

सीएम ने पहलवानों से की मुलाकात

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गौशाला में बने अखाड़े का निरीक्षण किया और पहलवानों से संवाद कर उनका उत्साह बढ़ाया. उन्होंने कहा कि अखाड़ों से ऐसे पहलवान तैयार होंगे, जो कृष्ण और बलराम जैसे होंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि आधुनिक समय के अनुरूप अब इस अखाड़े में मेट की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे पहलवानों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके.

कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी गौसेवा के महत्व पर जोर दिया. विजयवर्गीय ने जनप्रतिनिधियों से गौशालाओं के विकास में आर्थिक सहयोग देने की अपील की. वहीं, मंत्री सिलावट ने बताया कि प्रति गाय पोषण राशि दोगुनी कर दी गई है, जिससे गौसंवर्धन को बल मिलेगा. महापौर भार्गव ने कहा कि गौशाला में अब 2300 से अधिक गाय हैं और बीमार गायों के इलाज के लिए आईसीयू सेंटर भी बनाया गया है.

POST A COMMENT