भारतीय किसान यूनियन (चढ़ुनी) के मुखिया गुरनाम सिंह चढ़ूनी और किसान नेता रमेश दलाल की तरफ से एक ज्वॉइन्ट स्टेटमेंट जारी किया गया है. इस बयान में मांग की गई है कि कांग्रेस पार्टी कम से कम 10 विधानसभा सीटें उन किसान नेताओं को दे जो पिछले साढ़े नौ साल से बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. चढ़ूनी पहले ही ऐलान कर चुके है कि इस बार के विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कर चुके हैं. हरियाणा में अक्टूबर और नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं जिस पर किसान आंदोलन का पूरा असर पड़ने की संभावना है.
झज्जर के बहादुरगढ़ में मीडिया को संबोधित करते हुए दलाल और चढ़ूनी ने कहा कि किसान, बीजेपी सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में इस आंदोलन को भुनाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस को 90 विधानसभा सीटों में से 10 सीटें किसानों को देनी चाहिए, जिन पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और उन्हें पीटा.'
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गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने पिछले महीने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी संयुक्त संघर्ष पार्टी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. चढ़ूनी खुद पेहावा से चुनाव लड़ेंगे. इस साल अक्टूबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं. चढ़ूनी भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के मुखिया हैं और किसानों के अधिकारों के मुखर समर्थक हैं. चढ़ूनी ने दिसंबर 2021 में अपनी पार्टी की शुरुआत की थी जब पहली बार किसान आंदोलन शुरू हुआ था.
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पार्टी ने साल 2022 में चढ़ूनी के 'मिशन पंजाब' के तहत विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाई थी लेकिन पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब था. चढ़ुनी ने पिछले महीने कहा कि अब तक सत्ता में रही सभी सरकारों ने किसान-मजदूर की आर्थिक स्थिति नहीं सुधारी है बल्कि केवल पूंजीपतियों को ही और अमीर बनाया है. उन्होंने किसान-मजदूर व आम गरीब जन की लड़ाई लड़ने के लिए इस राजनीतिक दल का गठन किया है. यह पार्टी आम जनता की लड़ाई सड़क के साथ-साथ सदन में लड़ने का काम करेगी.
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