
पिछले साल 13 फरवरी से किसानों का आंदोलन चल रहा है. जिसे एक साल से ज्यादा का समय हो गया है. ठंडे पड़ रहे आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के संयोजक जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन ने नई जान फूंकी. आज उनके अनशन का 100वां दिन है. यह डल्लेवाल की बदौलत ही है कि केंद्र सरकार को झुकना पड़ा और एक बार फिर किसान मोर्चों और सरकार में 13 मांगों को लेकर बातचीत शुरू हुई है. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों और लोगों को संबोधित किया. डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर देशभर में कोने-कोने में किसानों ने एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की. इस दौरान तीन मोर्चों- खनौरी, शंभू और रत्नपुरा पर भी किसानों ने भूख हड़ताल की. किसानों में अब तक मांगें पूरी नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ रोष है.
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि आज सड़क से लेकर संसद तक MSP गारंटी कानून की गूंज सुनाई दे रही है, यह परमात्मा-वाहेगुरु के आशीर्वाद से संभव हुआ है, इसमें मैंने खुद कुछ नहीं किया. संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा ने साझा प्रेस रिलीज के माध्यम से बयान जारी कर कहा कि देशभर में आज किसानों ने जिले और तहसील स्तर पर सांकेतिक भूख हड़ताल की.
दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे, शम्भू मोर्चे और रत्नपुरा मोर्चे पर भी सैकड़ों किसानों ने सांकेतिक भूख हड़ताल की. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक में भी किसानों ने व्यापक स्तर पर सांकेतिक भूख हड़ताल की.किसान नेताओं ने कहा कि 100 घंटे भूखे रहने से ही इंसान की हालत खराब हो जाती है, लेकिन जगजीत सिंह डल्लेवाल मजबूत इरादों के धनी हैं. परमात्मा-वाहेगुरु के आशीर्वाद से 100 दिन से आमरण अनशन पर होने के बावजूद उनके हौसले बुलंद हैं.
किसान नेताओं ने कहा कि यूं तो हमारे देश को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता है, लेकिन पिछले 100 दिनों से जगजीत सिंह डल्लेवाल का सत्याग्रह चल रहा है. उसके बावजूद केंद्र सरकार ने अब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं की हैं और अब भी किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है.
किसान नेताओं ने कहा कि जिस तरह SKM के "चंडीगढ़ कूच" के कार्यक्रम के मद्देनजर पंजाब में किसान नेताओं की गिरफ्तारी की गई है, वह बहुत निंदनीय है. उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी किसान नेताओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और बातचीत के माध्यम से किसानों के मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए.
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