संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का आरोप लगाया है. एसकेएम ने किसानों से आज चंडीगढ़ में होने वाले किसान मार्च में बड़े पैमाने पर शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि सीएम मान को आंदोलन कर रहे किसानों पर दबाव डालने के बाजए, किसान संगठनों से चर्चा कर रास्ता निकालना चाहिए. किसानों के नेताओं को दबाने और धमकाने के लिए घरों में आधी रात को पुलिस को भेजना राजनीतिक रूप से गलत और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि राज्य सरकार का ये रवैया निंदनीय है और लोकतंत्र में ऐसी सरकार से अपेक्षा नहीं की जाती. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति न देने का राज्य सरकार का तानाशाही रवैया जलियांवाला बाग शहीदों, गदर क्रांतिकारियों और भगत सिंह की गौरवशाली विरासत वाले पंजाब के लोगों द्वारा इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
एसकेएम ने पूरे पंजाब के किसानों से चंडीगढ़ में हफ्ते भर चलने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होने को कहा है. साथ ही किसान विरोधी पुलिस के कार्रवाई को उजागर करने के लिए गांवों में व्यापक अभियान चलाने की अपील की है. उन्होंने ये भी कहा कि एसकेएम पंजाब के सीएम से मांग करता है कि वह पुलिस हिरासत में बंद अस्सी वर्षीय बलबीर सिंह राजेवाल समेत सभी किसान नेताओं को तुरंत रिहा करें और शांतिपूर्ण विरोध के नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करें. इसके अलावा किसानों की वास्तविक और लंबे समय से लंबित मांगों का समर्थन करें.'
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सरवन सिंह पंढेर ने सीएम भगवंत मान और SKM प्रतिनिधिमंडल की सोमवार को हुई बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में SKM प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री मान को कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति ढांचे के खिलाफ राज्य विधानसभा में पारित प्रस्ताव के लिए बधाई दी. किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने वास्तविक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ लंबे समय से चले आ रहे विरोध प्रदर्शन के महत्व को समझाया, लेकिन मुख्यमंत्री बिना किसी कारण के भड़क गए और चर्चा बंद कर दी फिर बैठक छोड़ कर चले गए.
उन्होंने बताया कि सोमवार की देर रात तक मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस ने पंजाब भर में किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी और 80 वर्षीय बलबीर सिंह राजेवाल सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया. उनके अलावा रुलदू सिंह मानसा, जंगवीर सिंह चौहान, गुरमीत सिंह भाटीवाल, नछत्तर सिंह जैतों, वीरपाल सिंह ढिल्लों, बिंदर सिंह गोलेवाल, गुरनाम भीखी और हरमेश सिंह ढेसी को भी हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने कुछ किसान नेताओं के घर छापेमारी भी की है.
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