केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को मध्य प्रदेश में सतना प्रवास पर थे. शिवराज सिंह ने मैहर शारदा मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन किया और देश और प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की कामना की. वहीं शिवराज सिंह ने सतना के एक्सिलेंस कॉलेज में आयोजित एक राष्ट्र-एक चुनाव कार्यक्रम में सहभागिता कर छात्र-छात्राओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे देश में कुछ हो या ना हो लेकिन पांचों साल, 12 महीने, 365 दिन चुनाव की तैयारी जरूर चलती है और ये बार-बार होने वाले चुनाव देश के विकास में बाधा है. इसलिए संविधान में संशोधन करके लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए. वहीं, शिवराज सिंह ने छात्र-छात्राओं को स्वदेशी अपनाने और वन नेशन वन इलेक्शन का संकल्प भी दिलाया.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, मंत्री हो या सरकारी कर्मचारी इन सभी को जनता का काम करना चाहिए या चुनाव प्रचार में जाना चाहिए..? बार-बार चुनाव से जनता के काम बंद हो जाते हैं और चुनाव की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. इन चुनावों में भारी-भरकम धन भी खर्च होता है. अगर हम पिछले 5 साल के ही चुनाव देखें तो चुनाव में 4.5 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. ये पैसा किसी भी राजनैतिक दल का नहीं, बल्कि जनता का पैसा है, यह हमारा पैसा है जो किसी अच्छे काम में लग सकता था. ये तो केवल चुनाव आयोग के माध्यम से सरकारी खजाने का पैसा है, इसके अलावा राजनैतिक दल भी खर्च करते हैं. उम्मीदवार भी खर्च करता है.
शिवराज सिंह ने कहा, चुनाव प्रचार में गाड़ियां लगती हैं, पेट्रोल, डीज़ल जलता है. गाड़ियों के धुएं से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है और ध्वनी प्रदूषण भी होता है. चुनाव आते हैं तो अर्धसैनिक बलों की ड्यूटी लग जाती है, पुलिस की ड्यूटी लग जाती है और केवल अपने ही प्रदेश में नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी पुलिस और अर्धसैनिक बल लगाए जाते हैं. अब बिहार और पश्चिम बंगाल में चुनाव हैं तो वहां अर्धसैनिक बलों को भेज दिया जाएगा. जिस पुलिस, अर्धसैनिक बलों को अपनी जनता की सुरक्षा करनी है, देश की सुरक्षा करनी है, कानून व्यवस्था को मज़बूत बनाना है, वो सभी चुनाव की तैयारी में लग जाती है, सारे काम छोड़ देती है. उन्होंने कहा कि, आप कल्पना करो कि, पांच साल में एक बार, एक साथ लोकसभा और विधानसभा का चुनाव होगा तो पैसा, पर्यावरण, परिश्रम और समय बचेगा.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, आज़ादी हमें चांदी की तश्तरी में नहीं मिली, बल्कि इसके लिए हजारों वीर क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. वे निडरता से फांसी के फंदे को चूमने के लिए आगे बढ़ते थे, उनके हाथ में भगवद गीता होती थी और मुंह से भारत माता की जय के उद्घोष गूंजते थे. उनके हृदय में केवल एक संकल्प था कि, जब तक भारत पूर्णतः स्वतंत्र नहीं हो जाता, वो मरकर भी इस धरती पर बार-बार जन्म लेते रहेंगे. शिवराज सिंह ने कहा कि, शहीद पद्मधर सिंह जी जिन्होंने प्रयागराज में नयनतारा सहगल जी के नेतृत्व में तिरंगा झंडा लेकर अंग्रेजों के साम्राज्य के खिलाफ जुलूस निकाला. पुलिस की क्रूरता के बावजूद, पद्मधर सिंह जी ने झंडे को ज़मीन पर गिरने नहीं दिया और गोली लगने के बाद वहीं वीरगति को प्राप्त हुए. शिवराज चौहान ने कहा कि, मैं, ऐसे वीर शहीदों के चरणों में बारंबार प्रणाम करता हूं.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम जनता और छात्र-छात्राओं को स्वदेशी अपनाने और एक राष्ट्र एक चुनाव का संकल्प दिलाते हुए कहा कि, हमें अपने देश को आगे बढ़ाना चाहिए या नहीं, कई देश हमें दबाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम दबे नहीं है. दुनिया में हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो और हमारे लोगों को रोजगार मिले तो उसके लिए हमें एक काम करना पड़ेगा और वो ये है कि, अपने देश में बनी चीजें ही खरीदना पड़ेगा. अपने देश में बनी चीज अपने लोगों को रोजगार देगी और अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी तो आइए आज हम संकल्प लेंगे कि, संविधान में संशोधन करके, 5 साल में एक बार लोकसभा, विधानसभा के चुनाव होने चाहिए, और हम ये भी संकल्प लें कि, अपने देश, अपने शहर, अपने क्षेत्र और आसपास बनी हुई चीज़ें ही खरीदेंगे.
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