संसद सुरक्षा चूक मामला: आरोपी नीलम के समर्थन में उतरे ग्रामीण, रिहाई के लिए गांव में निकाला लॉन्ग मार्च

संसद सुरक्षा चूक मामला: आरोपी नीलम के समर्थन में उतरे ग्रामीण, रिहाई के लिए गांव में निकाला लॉन्ग मार्च

जींद के गांव घसो खुर्द में लोगों ने नीलम के प्रति हमदर्दी जताई है. गांव वालों ने नीलम के समर्थन में मार्च निकाला और नीलम की रिहाई की मांग की. उनका कहना है कि नीलम के खिलाफ लगाई गई UAPA की धारा को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए.

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संसद सुरक्षा चूक मामला: आरोपी नीलम के समर्थन में उतरे ग्रामीण, रिहाई के लिए गांव में निकाला लॉन्ग मार्चसंसद सुरक्षा चूक मामला: आरोपी नीलम के समर्थन में उतरे ग्रामीण

हरियाणा में जींद के गांव घसो खुर्द में बुधवार को किसान संगठन और ग्रामीणों ने नीलम आज़ाद के समर्थन में जुलुस निकला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर उसे रिहा करने की मांग की. इस मार्च में महिलाओ ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और नीलम के समर्थन में नारेबाजी की. नीलम के समर्थन में उतरे ग्रामीण ने कहा कि नीलम बेकसूर है, उसे तुरंत रिहा किया जाए. नीलम हाल के संसद सुरक्षा चूक मामले की आरोपी हैं और वह हरियाणा के जींद की रहने वाली हैं. नीलम हिसार में रहकर पढ़ाई कर रही थी. नीलम के साथ तीन और लोगों ने संसद के भीतर और बाहर स्मोक केनिस्टर से धुआं फैलाया था.

नीलम के समर्थन में निकाला मार्च 

जींद के गांव घसो खुर्द में लोगों ने नीलम के प्रति हमदर्दी जताई है. गांव वालों ने नीलम के समर्थन में मार्च निकाला और नीलम की रिहाई की मांग की. उनका कहना है कि नीलम के खिलाफ लगाई गई UAPA की धारा को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए. इसकी मांग जोरों से की जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि नीलम ने कुछ गलत नहीं किया है, उसने बेरोजगारी के प्रति आवाज उठाई है. इससे पहले देर रात संसद में कलर स्मोक से प्रदर्शन करने वाली नीलम के घर पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम पहुंची थी.

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नीलम के समर्थन में किसान संगठन 

इस मामले में किसान संगठन भी नीलम के समर्थन में आ चुके हैं. किसानों का कहना है कि सरकार ने नीलम के खिलाफ यूएपीए की धारा लगाई है, जिसे तुरंत खत्म किया जाए. किसान संगठनों ने मांग की है कि नीलम को अगर रिहा नहीं किया गया तो पूरे हरियाणा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. यह प्रदर्शन तब तक चलेगा जब तक नीलम को जेल से नहीं छोड़ दिया जाए. इस घटना में नीलम के अलावा पांच और लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जिनसे पूछताछ के बिना पर जांच की जा रही है. इन आरोपियों का कहना है कि सरकार बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर युवाओं का ध्यान नहीं दे रही है, इसलिए ध्यान खींचने के लिए संसद के भीतर और बाहर प्रदर्शन किया गया.

याचिका पर सुनवाई शुरू

इधर बुधवार को दिल्ली की अदालत ने आरोपी नीलम के परिवार की याचिका पर सुनवाई शुरू की, जिसमें एफआईआर की कॉपी और उसे अपने वकील से मिलने की अनुमति मांगी गई है. नीलम के भाई राम निवास कोर्ट में पेश हुए. रामनिवास ने कहा, वे कोरे कागज पर मेरे हस्ताक्षर मांग रहे थे. जो टीम मेरे गांव गई थी, वे हमारे, मेरे और मेरे अन्य लोगों के साइन पूछ रहे थे. कोर्ट ने पूछा कि एक ही आवेदन के जरिए कई तरह की राहत कैसे मांगी गई.

जींद वाले घर पर पहुंची पुलिस

इससे पहले मंगलवार की रात दिल्ली पुलिस की एक टीम नीलम के जींद वाले घर पर पहुंची. इस बारे में नीलम की मां ने कहा कि करीब एक दर्जन से ज्यादा पुलिस के जवान उनके घर पर जींद की लोकल पुलिस को लेकर आए. उन्होंने पूरे घर की तलाशी ली और करीब 2 घंटे तक घर को खंगाला. नीलम की किताबें भी खंगाली और नीलम का कमरा भी खंगाला गया. पुलिस ने पूछा कि नीलम कहां आती जाती थी और किसके साथ ज्यादा बातचीत करती थी.

नीलम की मां ने कहा कि पुलिस टीम कोरे कागज पर अंगूठा लगवा रही थी जिस पर उन्होंने इनकार कर दिया. पुलिस टीम ने कागज पर लिखा कि घर से क्या-क्या मिला, उसके बाद कागज पर नीलम की मां ने अंगूठा लगाया, जिसे लेकर पुलिस की टीम लौट गई.

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