ग्राहकों तक पहुंचेगा शुद्ध दूध, पशुपालकों को होगा फायदा, पढ़ें क्या है NDDB की प्लानिंग

ग्राहकों तक पहुंचेगा शुद्ध दूध, पशुपालकों को होगा फायदा, पढ़ें क्या है NDDB की प्लानिंग

इस प्रणाली को फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजाइन किया गया है. इसका उपयोग सबसे पहले लद्दाख मिल्क फेडरेशन द्वारा किया जाएगा. सुजुकी आर एंड डी सेंटर इंडिया प्रा. लिमिटेड के निदेशक केनिचिरो टोयोफुकु हमें खुशी है कि सुजुकी के सुपर कैरी मॉडल का उपयोग अब मोबाइल दूध संग्रह के माध्यम से पशुपालकों को सुविधा प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन के लिए किया जाएगा

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ग्राहकों तक पहुंचेगा शुद्ध दूध, पशुपालकों को होगा फायदा, पढ़ें क्या है NDDB की प्लानिंगइस वाहन से होगा दूध का कलेक्शन

लोगों तक ताजा गुणवत्ता पूर्ण और शुद्ध दूध की आपूर्ति करने के लिए लगातार देश में पहल की जा रही है. इसके लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके तहत  एनडीडीबी, सुजुकी और आईडीएमसी लिमिटेड ने मिलकर एक मोबाइल मिल्क कलेक्शन और कूलिंग सिस्टम प्रोटोटाइप वाहन तैयार किया है. इस वाहन को  एनडीडीबी और आईडीएमसी लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. मिनेश शाह, सुजुकी आर एंड डी सेंटर इंडिया प्रा. लिमिटेड (एसआरडीआई) के निदेशक केनिचिरो टोयोफुकु ने आणंद एनडीडीबी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. देश में इस सेवा को पहली बार लद्दाख में शुरू किया जाएगा तो पशुपालकों के घर के दूध एकत्रित करेगा. 

एनडीडीबी, सुजुकी और आईडीएमसी लिमिटेड द्वारा तैयार किये गये मोबाइल मिल्क कलेक्शन और कूलिंग सिस्टम प्रोटोटाइप वाहन के जरिए पशुपालक अपने घर में एक एक बेहतर सुविधा ले सकेंगे, वो अपने घर पर ही अपने दूध का परीक्षण भी कर सकेंगे.  आईडीएमसी के 300 एल. बीएमसी को मारुति सुजुकी सुपर कैरी वाहन पर लगाया गया है, जिसका संचालन व्हीकल के इंजिन से होता है. वाहन पर एक डेटा-प्रोसेसर आधारित दूध संग्रह इकाई (डीपीएमसीयू) भी स्थापित की गई है, जो 100 वाट के सौर पैनल द्वारा संचालित है. 

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बढ़ेगी दूध की शेल्फ लाइफ

मोबाइल दूध संग्रहण एवं कूलिंग सिस्टम को हरी झंडी दिखाने के बाद डॉ. मिनेश शाह ने कहा कि इस नई सोच और तकनीक को लागू करने के लिए ग्रामीण परिवहन के तहत एसआरडीआई की सलाह ली गई है, एनडीडीबी और आईडीएमसी द्वारा इसे विकसित किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि इस नई प्रकार की प्रणाली पशुपालको के दरवाजे पर स्वचालित परीक्षण की सुविधा प्रदान करेगी, जो निष्पक्ष और पारदर्शी दूध संग्रह को आसान बनाने का काम करेंगी और दूध की गुणवत्ता बनाए रखेगी.साथ ही  साइट पर कूलिंग द्वारा इसकी शेल्फ-लाइफ को बढ़ाएगी. इससे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले चरवाहों के लिए एक सुनियोजित दूध खरीद प्रणाली सुलभ हो जाएगी और विशेष प्रकार के दूध जैसे गाय का दूध, ऊंटनी का दूध आदि का प्रबंधन भी कुशलतापूर्वक किया जा सकेगा.

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दूध की गुणवत्ता में होगा सुधार

उन्होंने आगे बताया कि इस प्रणाली को फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजाइन किया गया है. इसका उपयोग सबसे पहले लद्दाख मिल्क फेडरेशन द्वारा किया जाएगा. सुजुकी आर एंड डी सेंटर इंडिया प्रा. लिमिटेड के निदेशक केनिचिरो टोयोफुकु हमें खुशी है कि सुजुकी के सुपर कैरी मॉडल का उपयोग अब मोबाइल दूध संग्रह के माध्यम से पशुपालकों को सुविधा प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन के लिए किया जाएगा, जिससे दूध की गुणवत्ता में सुधार करने में भी काफी मदद मिलेगी. 300 लीटर क्षमता के इस प्रोटोटाइप के जरिए दूध को एकत्र कर उसकी गुणवत्ता की जांच की जाएगी और कूलिंग सिस्टम के कारण दूध को लंबे समय तक अच्छा रखा जा सकेगा. यह सिस्टम दूध की गुणवत्ता समेत रिपोर्ट की जांच के बाद पशुपालक को रसीद दी जाएगी.  वाहन का आकार छोटा होने के कारण पशुपालकों के दरवाजे तक पहुंचना आसान होगा.

 

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