scorecardresearch
चूहे-छछूंदर से फैलता है लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस रोग, बचाव के लिए कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी

चूहे-छछूंदर से फैलता है लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस रोग, बचाव के लिए कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी

लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस बीमारी आमतौर से उन लोगों को होता है जो झाड़ियों वाले क्षेत्रों के आस-पास रहते हैं. जब कोई कीट या अन्य सूक्ष्म जीव किसी संक्रमित चूहे को काट लेता है तो वह भी इस बैक्टीरिया का वाहक बन जाता है. जब कोई स्वस्थ व्यक्ति बैक्टीरिया से संक्रमित कीट के संपर्क में आता है तो स्वस्थ व्यक्ति भी लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस से संक्रमित हो जाता है.

advertisement
चूहों से फैलने वाले रोग को लेकर एडवाइजरी जारी (सांकेतित तस्वीर) चूहों से फैलने वाले रोग को लेकर एडवाइजरी जारी (सांकेतित तस्वीर)

गेहूं की फसल अब कटाई के लिए तैयार हो गई है. अब कुछ दिनों में ही किसान इसकी कटाई करने में जुट जाएंगे. इसके साथ ही जिन किसानों ने गेहूं की बुवाई समय से की थी, वे किसान गेहूं की कटाई शुरू कर चुके हैं. इस बीच गेहूं के खेतों में चूहे और छछूंदर ने भी खेतों में अपना डेरा जमा रखा है. इससे किसानों की फसलों का नुकसान होता है. साथ ही कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में किसानों और फसलों को बीमारियों से बचाव के लिए कृषि विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. सरकार 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी चलाने की तैयारी में है. 

लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस रोग से संबंधित सलाह जारी करते हुए बांदा जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉक्टर प्रमोद कुमार ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2024 तक चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस बीमारी चूहों और छछूंदरों के द्वारा भी फैलता है. लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस एक "ओरिएटिया सुतसुगामुशी" नाम बैक्टीरिया के कारण होने वाला एक्यूट रोग है. इसमें जुएं के आकार का दिखने वाला ये कीट आमतौर पर झाड़ी या नमी वाले स्थान पर पाया जाता है. ऐसे स्थानों पर चूहे भी रहते हैं और ये कीट चूहे के शरीर पर भी होते हैं. कीट के काटने या मलमूत्र से चूहे में भी ये बैक्टीरिया होता है. ऐसे सूक्ष्म कीट (माइट) के काटने से मनुष्य के शरीर में ये बैक्टीरिया आसानी से फैल जाता है.

ये भी पढ़ेंः एक लाख रुपये में खड़ी कर दी 525 करोड़ की कृषि कंपनी, कई किसानों को दिया रोजगार

झाड़ियों के आस-पास रहने वाले होते हैं संक्रमित

लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस बीमारी आमतौर से उन लोगों को होता है जो झाड़ियों वाले क्षेत्रों के आस-पास रहते हैं. जब कोई कीट या अन्य सूक्ष्म जीव किसी संक्रमित चूहे को काट लेता है तो वे भी इस बैक्टीरिया के वाहक बन जाते हैं. जब कोई स्वस्थ व्यक्ति बैक्टीरिया से संक्रमित कीट के संपर्क में आता है तो स्वस्थ व्यक्ति भी लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस से संक्रमित हो जाता है. लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस से संक्रमित कोई कीट जब काटता है तो उसके काटने से 6 से 21 दिन के बाद शरीर में बुखार, ठंड लगना, जी घबराना, सिर दर्द आदि जैस लक्षण दिखाई देते हैं. 

इस तरह इंसानी शरीर में घुसता है बैक्टीरिया

  • स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में जहां ये सूक्ष्म कीट काटता है, उस क्षेत्र में खुजलाने से ये बैक्टीरिया छोटे-छोटे छिद्रों के माध्यम से इंसानी खून तक पहुंच जाता है.
  • कीटों द्वारा त्वचा पर काटने के अलावा ये बैक्टीरिया कीटमल के संपर्क में आने से भी मनुष्य के शरीर में फैल जाता है.

ये भी पढ़ेंः इस बार केसर आम खाना होगा महंगा... ग्लोबल वार्मिंग से गिरी पैदावार, दाम मारेगा भारी उछाल

लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस की रोकथाम 

  • इससे बचाव के लिए पूरी बांहों वाले कपड़े पहनना चाहिए.
  • बाहर खेत से या झाड़ियों वाले स्थान से आने अपने घर आने पर अपने कपड़ों को धो लें.
  • घास या धरती पर नहीं लेटना चाहिए.
  • घर में या घर के आस-पास चूहे नहीं रहने दें. क्योंकि चूहों के शरीर पर ये कीट रहते हैं जिनमें लेप्टोस्पायरोसिस और स्क्रब टाइफस के बैक्टीरिया पाए जाते हैं.