बिहार के कई जिलों में भारी बारिश का दौर अभी भी जारी है. भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. हालांकि कुछ जिलों में बारिश में कमी देखने के लिए मिली है. इसके कारण नदियों का जलस्तर कम हुआ है. इससे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. मुजफ्फरपुर में भी नदियों के जलस्तर में कमी आने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिली है. कटरा प्रखंड में स्कूल और पीपा पुल से बाढ़ का पानी उतर गया है. जिससे स्कूल में फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है और गैवाही पीपा पुल के पास पानी कम होने से पुल से आवागमन शुरू हो गया है. वही बाढ़ प्रभावित इलाके में लगातार प्रशासन की टीम निगरानी कर रही है.
मुजफ्फरपुर जिले से गुजरने वाली दो बड़ी नदियों बागमती और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है. इस समय बूढ़ी गंडक और बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे बह रहा है. इससे बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को काफी राहत मिली है. सोमवार को जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष से जलस्तर को लेकर जारी रिपोर्ट के अनुसार सबसे कम पानी बूढ़ी गंडक में है. इसका जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है. जबकि बागमती खतरे के निशान से करीब 1.38 से 1.82 मीटर नीचे है. नियंत्रण कक्ष से मिली रिपोर्ट के अनुसार, सिकंदरपुर स्थित बूढ़ी गंडक का जलस्तर 47.45 मीटर पर है. कटौझा स्थित बागमती का जलस्तर 53.85 है.
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पिछले 24 घंटे में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में 0.47 मीटर, बागमती में 0.25 मीटर की कमी हुई है. बूढ़ी गंडक अभी खतरे के निशान से 5.08 मीटर नीचे है. जबकि बागमती का जलस्तर भी नीचे हो रहा है. एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से लगातार नदियों के जलस्तर पर नजर रखा जा रही है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. वहीं तटबंध की निगरानी करने वाले कर्मियों से भी जलस्तर में बढ़त और घटने की रिपोर्ट ली जा रही है.फिलहाल बागमती और बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में कमी आई है और कटरा प्रखंड में स्कूल से पानी निकल गया है.
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एसडीएम ईस्ट अमित कुमार ने कहा कि बारिश का मौसम है इसलिए नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव पर पूरी नजर रखी जा रही है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. वही पीपा पुल के इलाके में रहने वाले विशाल सिंह ने बताया की पानी आ गया था लेकिन अभी नीचे उतर गया है इससे आवागमन में थोड़ी राहत हुई हैं. ग्रामीण महिला उषा देवी ने बताया की बाढ़ का पानी आ गया था, इसलिए अभी काफी समस्या हैं. पीने के पानी से लेकर राशन तक के लिए परेशानी हो रही है. खाना बनाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पर भले ही अभी बागमती और बूढ़ी गंडक नदी के जल स्तर में कमी से राहत मिली है लेकिन नेपाल में भारी बारिश से एक बार फिर बाढ़ की आशंका बनी हुई है.
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