कहते हैं वो समाज कभी ऊपर नहीं उठ सकता जहां महिलाएं आत्मनिर्भर ना हों. महिलाओं का आत्मनिर्भर होना ना सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे समाज के लिए बेहद जरूरी है. किसी भी परिवार को चलाने में सबसे अहम योगदान महिलाओं का होता है. ऐसे में महिलाओं का सशक्त होना और साथ ही आत्मनिर्भर होना आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है. खास कर महिला किसान और छोटे किसानों को सशक्त बनाने और उन्हें ऊपर उठाने की बहुत जरूरत है. इस विचार धारा को लेकर सरकार के साथ-साथ कई प्राइवेट कंपनीयां भी अपनी ओर से प्रयास करती नजर आ रही हैं. हाल ही में वॉलमार्ट कंपनी ने महिलाओं और छोटे किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इसी दिशा में कुछ खास कदम उठाया है. क्या है पूरी खबर आइए जानते हैं.
पीटीआई से मिली खबरों के मुताबिक वॉलमार्ट फाउंडेशन ने अगले पांच साल में भारत के 10 लाख छोटे किसानों को समर्थन देगी जिसमें 50 प्रतिशत भागीदारी महिलाओं होगी इस बात की घोषणा की है. फाउंडेशन ने दो नए अनुदान की भी घोषणा की, जिसमें महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में 30,000 किसानों और 24 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) तक पहुंचने के लिए टेक्नोसर्व को 30 लाख डॉलर देना शामिल है. इनमें से 50 प्रतिशत महिलाओं के होने की उम्मीद जताई जा रही है.
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फाउंडेशन ने कहा कि गैर-सरकारी संगठन ट्रिकल अप को 5,33,876 डॉलर (4.41 करोड़ रुपये से अधिक) का एक और अनुदान ओडिशा में 1,000 महिला छोटे किसानों तक पहुंच के लिए और उन्हें दो एफपीओ से जोड़ने के लिए दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से ध्यान इस बात को सुनिश्चित करने पर है कि यह व्यवस्था किसानों के लिए बेहतर काम करे.
यहां एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, वॉलमार्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष कैथलीन मैकलॉघलिन ने कहा, ‘‘भारत में छोटे किसानों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए फाउंडेशन की नवीनतम प्रतिबद्धता समाधानों की पहचान करने के हमारे प्रयासों पर आधारित है.’’ उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य कृषि आदानों को बढ़ाना, भारत में छोटे किसानों को बाजार पहुंच, नए खरीदार और अन्य लोगों के बीच नकद-रहित लेनदेन जैसी प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है.
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