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Dairy: पांच गुना तेजी से बढ़ रहा है दूध उत्पादन, 9 साल में 1460 से 2300 लाख टन पर पहुंचा 

Dairy: पांच गुना तेजी से बढ़ रहा है दूध उत्पादन, 9 साल में 1460 से 2300 लाख टन पर पहुंचा 

आने वाले सात साल यानि 2030 तक देश के अंदर डेयरी, पोल्ट्री, पशुपालन और फिशरीज में जबरदस्त बदलाव देखने को मिलेगा. नौकरी और रोजागार की भरमार होगी. जिस ग्रामीण क्षेत्र को नौकरी के मामले में पिछड़ा हुआ माना जाता है वहां सबसे ज्यादा नौकरी और रोजगार के मौके मिलेंगे.

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दूध उत्पादन में भारत विश्व में पहले स्थान पर है. दूध उत्पादन में भारत विश्व में पहले स्थान पर है.

विश्वस्तर पर दूध उत्पादन के मामले में भारत का सिक्का आज भी कायम है. दूध उत्पादन में भारत की गिनती पहले नंबर पर होती है. बीते नौ साल में डेयरी सेक्टर ने नई ऊंचाईयों को छुआ है. हर साल दूध उत्पादन में करीब 100 लाख टन की बढ़ोतरी हो रही है. भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुधन को कृषि का अहम हिस्सा माने जाने लगा है. पशुधन का योगदान लगभग 30 फीसद पर पहुंच गया है. दूध के मामले में भारत विश्वभर के दूसरे देशों के मुकाबले पांच गुना ज्यादा रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. 

केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के पांच राज्यों में कुल दूध उत्पादन का 53 फीसद उत्पादन हो रहा है. पशुपालन और डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार 2026 तक देशभर में पशुपालन और डेयरी के विकास से संबंधित कई बड़ी योजनाओं में संशोधन करने के साथ ही एक विशेष पशुधन क्षेत्र पैकेज को भी मंजूरी दे चुकी है. 

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किसानों की आय बढ़ाने में मददगार है पशुधन 

केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला का कहना है कि देश में पशुधन और मुर्गी पालन के विशाल संसाधन हैं, जो ग्रामीण जनता की आय बढ़ाने और सामाजिक आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में अहम रोल निभाते हैं. 20वीं पशुधन जनगणना के मुताबिक देश में लगभग 303.76 मिलियन गोवंश (मवेशी, भैंस, मिथुन और याक), 74.26 मिलियन भेड़, 148.88 मिलियन बकरियां, 9.06 मिलियन सूअर और लगभग 851.81 मिलियन मुर्गियां हैं. जरूरत सिर्फ इनका पालन कर योजनाओं का लाभ उठाने की है. 

विश्व के दूध उत्पादन में 23 फीसद का योगदान है देश का

पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की और से जारी आंकड़ों पर जाएं तो अकेले डेयरी सेक्टर ऐसा है जो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में पांच फीसद का योगदान देता है. आज देश में आठ करोड़ से ज्यादा किसान सीधे डेयरी सेक्टर से जुड़े हैं. भारत आज विश्व के दूध उत्पादन में 23 फीसद का बड़ा योगदान देता है. बीते नौ साल में देश में दूध उत्पादन 51.05 फीसद बढ़ गया है. साल 2014-15 के दौरान दूध का उत्पादन 1460 मिलियन टन था जो साल 2022-23 में बढ़कर 2300 लाख टन हो गया है. अच्छी बात ये है कि विश्व में जहां 1.2 फीसद की रेट से दूध का उत्पादन बढ़ रहा है, वहीं भारत में ये रफ्तार औसत छह  फीसद है. साल 2022-23 में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 459 ग्राम प्रति दिन पर पहुंच चुकी है. वहीं साल 2021-22 में ये आंकड़ा 446 ग्राम प्रति दिन था. 

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फूड के मामले में तेजी से बढ़ रहा है डेयरी सेक्टर 

अमूल के पूर्व एमडी और इंडियन डेयरी एसोसिएशनके प्रेसिडेंट आरएस सोढ़ी का कहना है कि जब बात खाने-पीने के सामान की बात हो तो डेयरी सेक्टेर को को पीछे नहीं छोड़ सकते हैं. आज फल-सब्जी से ज्यादा दूध और लाइव स्टॉक का उत्पादन बढ़ रहा है. अगर हम आंकड़ों पर गौर करें तो दूध का उत्पादन 10 गुना और फल-सब्जी का 5.5 गुना उत्पादन बढ़ चुका है. 50 साल पहले दूध का उत्पादन 24 मिलियन टन था. जबकि आज 231 मिलियन टन पर पहुंच चुका है. अगर हम आंकड़े देखें तो हर 25 साल में दूध का उत्पादन तीन गुना हो जाता है.

 

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