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Meat Production: किस राज्य से आता है सबसे ज्यादा मीट, टॉप पर है ये प्रदेश, पांच साल में बढ़ा 16 लाख टन 

Meat Production: किस राज्य से आता है सबसे ज्यादा मीट, टॉप पर है ये प्रदेश, पांच साल में बढ़ा 16 लाख टन 

सभी तरह के मीट उत्पादन के मामले में भारत 8वें स्थान पर है. साल 2015-16 में मीट उत्पादन सात मिलियन टन हुआ था. जबकि साल 2021-22 में 9.29 मिलियन टन पर पहुंच गया है. देश के अकेले पांच राज्यों में ही कुल उत्पादन का 58 फीसद मीट उत्पादन हुआ है. केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की मानें तों देश के कुल मीट उत्पादन में पोल्ट्री (मुर्गे-मुर्गी) सबसे ज्यादा 51.44 फीसद है. 

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फाइल फोटो. ग्राफिक क्रेडिट-संदीप भारद्वाज फाइल फोटो. ग्राफिक क्रेडिट-संदीप भारद्वाज

सभी तरह के मीट की खपत लगातार बढ़ रही है. देश ही नहीं विदेशों से भी मीट की डिमांड आ रही है. बीते साल देश और विदेश दोनों ही जगह भेड़-बकरी, मुर्गे और भैंस के मीट की खूब डिमांड रही है. इंटरनेशनल मार्केट में जहां बकरे और भैंस के मीट की डिमांड में इजाफा हुआ है तो घरेलू बाजार में मुर्गे और भेड़ के मीट की डिमांड लगातार बढ़ रही है. केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में मीट उत्पादन के मामले में महाराष्ट्र पहले तो यूपी दूसरे स्थान पर है. 

साल 2021 में कोरोना-लॉकडाउन के बावजूद मीट का प्रोडक्शन लाखों टन के हिसाब से बढ़ा है. घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा डिमांड चिकन की रही है. बीते पांच साल में मीट उत्पादन 16 लाख टन बढ़ गया है. मीट एक्सपोर्ट की बात करें तो भैंस का मीट 12 लाख टन के आंकड़े को भी पार कर चुका है. साल 2017-18 में मीट उत्पादन 75.55 लाख टन था, जबकि साल 2021-22 में यही आंकड़ा 90 लाख टन के आंकड़े को पार कर चुका है. 

अकेले महाराष्ट्रा में होता 12.25 फीसद मीट उत्पादन

मंत्रालय के आंकड़ों पर जाएं तो साल 2021-22 में देश में 90 लाख टन से भी ज्यादा मीट का उत्पादन हुआ था. इसमे से अकेले महाराष्ट्रा  में 12.25 फीसद मीट का उत्पादन हुआ है. यह आंकड़ा करीब 9.5 लाख टन तक जाता है. इसके बाद दूसरे नंबर पर यूपी है. यूपी में 12.14 फीसद मीट का उत्पादन हुआ है. पश्चिाम बंगाल में 11.63 फीसद हुआ है. आंध्रा प्रदेश में 11.04 फीसद मीट उत्पादन हुआ था. वहीं पांचवे नंबर पर तेलंगाना आता है. यहां 10.82 फीसद मीट का उत्पादन हुआ था.

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एक साल में खाए 300 करोड़ से ज्यादा मुर्गे

मंत्रालय की एक रिपोर्ट की मानें तो साल 2021-22 में खूब मुर्गे-मुर्गी खाए गए हैं. पोल्ट्री  एक्सपर्ट रिकी थापर का कहना है कि देश में हर साल छह से सात फीसद चिकन की खपत बढ़ रही है. मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि इस साल देश में 306 करोड़ ब्रॉयलर मुर्गे का चिकन खाया गया है. आंकड़े बताते हैं कि 2021-22 में 48 लाख टन चिकन खाया गया था. अकेले गाजीपुर, दिल्ली मंडी से रोजाना पांच लाख ब्रॉयलर मुर्गों की सप्लाई होती है.

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देश में हर साल बढ़ रही है मीट की खपत 

मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर जाएं तो हर साल मीट के शौकीनों की थाली में मीट की मात्रा बढ़ रही है. इसमे से बड़ी मात्रा में मीट एक्सपोर्ट भी हो रहा है. अगर साल 2015-16 की बात करें तो हर एक व्यक्ति के हिस्से में एक साल में 5.52 किलो मीट आ रहा था. जबकि अब यानि साल 2021-22 में मीट की यह मात्रा बढ़कर 6.82 किलो पर पहुंच गई है.