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Poultry: भारत को मिला 50 मिलियन अंडों का आर्डर, मलेशिया को एक्सपोर्ट करने से खुला रास्ता

Poultry: भारत को मिला 50 मिलियन अंडों का आर्डर, मलेशिया को एक्सपोर्ट करने से खुला रास्ता

मलेशिया को दिसम्बर 2022 से शुरू अंडा एक्सपोर्ट शुरू हुआ है. दिसम्बर में 5 मिलियन, जनवरी में 10 मिलियन अंडा मलेशिया को एक्सपोर्ट किया गया है. 

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अंडों का प्रतीकात्मक फोटो. अंडों का प्रतीकात्मक फोटो.

इंडियन पोल्ट्री मार्केट के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. भारत को 50 मिलियन अंडों का आर्डर मिला है. हाल ही में मलेशिया को 15 मिलियन अंडे एक्सपोर्ट किए गए थे. इससे पहले मलेशिया] सिंगापुर से एग इंपोर्ट करता था. इसी के बाद से अंडे के आर्डर का यह रास्ता खुला है. नमक्कल, तमिलनाडु के एग एक्सपोर्ट्स के मुताबिक मलेशिया समेत और कई दूसरे देशों से यह आर्डर आए हैं. जिसकी एक बड़ी वजह रूस-युक्रेन युद्ध के चलते पोल्ट्री फीड का महंगा होना बताया जा रहा है. वैसे तो ओमान और कतर भी भारत के बड़े ग्राहक हैं. 

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष रिकी थापर का कहना है कि मलेशिया नवंबर, दिसम्बर और जनवरी से लगातार अंडा खरीद रहा है. मलेशिया में क्वालिटी के चलते भारतीय अंडा पास हो चुका है. यह मैसेज दूसरे देशों को भी गया है. इसी के चलते अब मलेशिया ही नहीं दूसरे देश से भी अंडे के आर्डर आ रहे हैं. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने भी इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि साल 2051-14 और 2014-22 के मुकाबले अंडा उत्‍पादन में अभूतपूर्व अंतर आया है.  

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सस्ता होने के चलते मलेशिया भारत से खरीद रहा है अंडा

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष रिकी थापर ने किसान तक को बताया कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि भारत से अंडा एक्सपोर्ट हो रहा है. अरब देशों में भी अंडा एक्सपोर्ट होता है. मलेशिया भी अगर भारत से अंडा खरीदने आया है तो उसकी एक सबसे बड़ी वजह है अंडे का सस्ता होना. क्योंकि हमारे देश में दूसरे देशों के मुकाबले पोल्ट्री फीड सस्ती है. जिन सभी आइटम से फीड बनती है वो सभी हमारे अपने देश में ही होते हैं. किसी भी चीज को हमे इम्पोर्ट नहीं करना पड़ता है. दूसरा यह कि हमारे यहां लेबर सस्ती है. जबकि दूसरे देशों में दोनों ही चीजें महंगी हैं. 

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रिकी थापर ने यह भी बताया कि इस आर्डर का फायदा पूरे देश के पोल्ट्री  फार्मर को मिलेगा. क्योंकि मलेशिया नमक्कल से अंडा खरीद रहा है. जबकि नॉर्थ-ईस्ट में साउथ इंडिया से बड़ी संख्या में अंडा सप्लाई होता है. ऐसे में अगर साउथ से मलेशिया समेत दूसरे देशों को अंडा जा रहा है तो असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और मणिपुर आदि राज्य दूसरे इलाकों से अंडा खरीदकर अपनी जरूरत को पूरा करेंगे.  

मलेशिया के भारतीय अंडा बाजार में आने से अच्छा संकेत गया है  

यूपी के पोल्ट्री फार्मर मनीष शर्मा का कहना है कि मलेशिया के भारतीय अंडा बाजार में आने से एक अच्छा संकेत गया है. मलेशिया के चलते ही दिसम्बर और जनवरी में अंडे के दाम रिकार्ड स्तर पर गए थे. भारत में अंडे की कोई कमी नहीं है. अंडा उत्पादन में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर है. हर साल यहां 6 से 7 फीसद तक अंडा उत्पादन बढ़ रहा है. देश में अंडा देने वाली मुर्गियों की संख्या करीब 32 करोड़ है. इन्हीं मुर्गियों के सहारे देश में रोजाना करीब 25 करोड़ अंडे का कारोबार होता है. अगर रोजाना अंडे की डिमांड अच्छी रहेगी तो पोल्ट्री फार्मर को अंडे के दाम भी अच्छे मिलेंगे.

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