खाद्य तेलों में व‍िदेशों पर बढ़ रही भारत की न‍िर्भरता, पहली ति‍माही में 31.56 फीसदी बढ़ा इंपोर्ट

खाद्य तेलों में व‍िदेशों पर बढ़ रही भारत की न‍िर्भरता, पहली ति‍माही में 31.56 फीसदी बढ़ा इंपोर्ट

तेल वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान, भारत ने अर्जेंटीना से 4.91 यूनिट कच्चे सोयाबीन डीगम तेल का आयात किया है. इसके बाद ब्राजील से 3.30 यूनिट का आयात किया है. इस अवधि के दौरान रूस ने 2.15 लीटर कच्चे सूरजमुखी तेल का निर्यात किया और यूक्रेन ने 2.35 लीटर कच्चे सूरजमुखी तेल का निर्यात किया है.

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खाद्य तेलों में व‍िदेशों पर बढ़ रही भारत की न‍िर्भरता, पहली ति‍माही में 31.56 फीसदी बढ़ा इंपोर्ट पाम ऑयल के आयात का आंकड़ा

सूरजमुखी तेल और सोयाबीन तेल जैसे नरम तेलों के आयात में वृद्धि के बाद तेल वर्ष 2022-23 (नवंबर से अक्टूबर) की पहली तिमाही में खाद्य तेलों के आयात में 31.56 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. भारत के सॉल्वेंट एक्स-ट्रैक्टर एसोसिएशन (एसईए) के डेटा से पता चला है कि भारत ने चालू तेल वर्ष 2022-23 के नवंबर से जनवरी तक 47.46 लाख टन (आईटी) खाद्य तेलों का आयात किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 36.07 टन था.

एसईए के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि सूरजमुखी तेल का आयात बढ़कर 4.61 फीसदी हो गया. तेल वर्ष 2021-22 में भारत का मासिक सूरजमुखी तेल आयात औसतन लगभग 1.61 लीटर रहा था. उन्होंने कहा कि सूरजमुखी के तेल और सोयाबीन के तेल के आयात में उछाल भारत के पाम तेल के आयात को कम कर सकता है और पाम तेल की कीमतों पर दबाव डाल सकता है.

2022-23 की पहली तिमाही के दौरान तेल आयात का आंकड़ा

तेल वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान, भारत ने अर्जेंटीना से 4.91 यूनिट कच्चे सोयाबीन डीगम तेल का आयात किया है. इसके बाद ब्राजील से 3.30 यूनिट का आयात किया है. इस अवधि के दौरान रूस ने 2.15 लीटर कच्चे सूरजमुखी तेल का निर्यात किया और यूक्रेन ने 2.35 लीटर कच्चे सूरजमुखी तेल का निर्यात किया है. पाम तेल में 72% की वृद्धि समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत ने कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का 24.26 आईटी आयात किया, जबकि एक साल पहले यह 14.12 लीटर था, जिसमें 71.77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी. हालांकि, आरबीडी पाम ओलिन का आयात 2.16 लीटर से लगभग तीन गुना बढ़कर 6.32 लीटर हो गया है.

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देश में कुल पाम ऑयल के तेल के शिपमेंट का लगभग 20 प्रतिशत आयात होता है. इसने घरेलू उद्योग को क्षमता उपयोग से वंचित कर दिया. उन्होंने कहा कि भारत का पाम ऑयल रिफाइनिंग उद्योग आरबीडी पाम ओलिन के अत्यधिक आयात के कारण कम क्षमता उपयोग से पीड़ित है और यह केवल पैकर्स की ओर रुख कर रहा है.

भारत अन्य देशों से कर रहा पाम ऑयल का आयात 

इंडोनेशिया और मलेशिया भारत को आरबीडी पाम ऑयल और सीपीओ के प्रमुख आपूर्तिकर्ता थे. समीक्षाधीन अवधि के दौरान, इंडोनेशिया ने 13.63 आईटी सीपीओ और 5.15 आईटी आरबीडी पामऑयल का निर्यात किया. मलेशिया ने 8.06 आईटी सीपीओ और 1.12 आईटी आरबीडी पाम ऑयल का निर्यात किया. मेहता ने कहा कि एक जनवरी को विभिन्न बंदरगाहों पर खाद्य तेलों का भंडार 8.92 रहने का अनुमान है. इसमें 4.97 आईटी सीपीओ, 1.95 आईटी आरबीडी पाम ओलिन, 1 आईटी डीगम्ड सोयाबीन ऑयल और 1 लीटर क्रूड सनफ्लावर ऑयल शामिल है. 1 जनवरी को पाइपलाइन स्टॉक 23.31 आईटी था और कुल स्टॉक 32.23 आईटी था.

पेराई सीजन के दौरान खाद्य तेलों का रिकॉर्ड

उन्होंने कहा कि पीक पेराई सीजन के दौरान खाद्य तेलों के रिकॉर्ड आयात के कारण 1 दिसंबर से 27.72 आईटी के मुकाबले 1 जनवरी से कुल स्टॉक 4.51 आईटी बढ़कर 32.23 आईटी हो गया. वनस्पति तेलों का समग्र आयात, जिसमें खाद्य तेल और गैर-खाद्य तेल शामिल हैं, तेल वर्ष 2022-23 के पहले तीन महीनों के दौरान पिछले तेल वर्ष की इसी अवधि के 36.71 ई के मुकाबले 47.73 ईएसटी रहा.

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