राजधानी लखनऊ में दीपावली के शुभ अवसर पर फूल-मालाओं के कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. गेंदा फूल की एक माला 60-80 रुपये की एक मीटर बिक रही है. बाजार में पीले और नारंगी रंग के गेंदे के फूल आ रहे हैं. वहीं गुलाब की कीमत की बात करें तो 900-1200 रुपये प्रति किलो के रेट से थोक मंडी में बिक रहा है. जबकि कमल का एक फूल 50 रुपये का है. फूलों के दामों में उछाल के कारण ग्राहकों को खरीदना भारी पड़ रहा है. दुकानदारों का कहना है कि इस वर्ष अधिक बारिश होने के कारण फूलों की कीमतों में भारी उछाल आया है, इसका असर दीवाली पर्व पर साफ नजर आ रहा है.
लखनऊ में गेंदा के फूल की दो मंडी लगती है. इस बार फूल की आवक कम है. इस कारण दाम भी बढ़ गए हैं. दोनों मंडियों में विक्रेताओं की भीड़ उमड़ रही है. फूलों को बेचने वाले दुकानदार राजेश ने बताया कि अक्तूबर माह में गेंदा की पैदावार कम होती है, जिसके इस कारण आवक कम है. वहीं इस साल बारिश भी अधिक हुई है. जिसके कारण फूल के दाम बढ़ गए हैं.
विकास नगर के रहने वाले सुभाष ने बताया कि बाजार से हमेशा पूजा व घर की सजावट के लिए लगभग गेंदे के फूलों की माला खरीदते हैं. इस बार फूलों के दाम अधिक हैं, जिसके कारण कम फूल ही खरीदकर ले जा रहे है. उन्होंने बताया कि कमल के एक फूल का पीस 50 से 60 रुपये और कवेरा 5 रुपये पीस बिका रहा है. बता दें कि लक्ष्मी मां को कमल का फूल अधिक पसंद होने के कारण मांग बढ़ी हुई है. वहीं दीपावली में दुकानों, घरों को सजाने और पूजा के लिए फूल मालाओं की मांग अधिक होती है. रायबरेली ,लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, अयोध्या और गोंडा में किसान बड़े पैमाने में फूलों की खेती करते है.
गेंदा - 150-200 रुपये प्रति किलो
गुलाब - 900-1200 रुपये प्रति किलो
कमल - 50-60 रुपये प्रति पीस
चमेली - 1300 रुपये प्रति किलो (थोक बाजार)
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस दिन ऑफिस, दुकान, कारखाने इत्यादि हर जगह लक्ष्मी-गणेश का पूजन किया जाता है और उन्नति का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. दिवाली का महत्व वैदिक दृष्टि से अत्यंत गहरा और पवित्र है. यह केवल दीप जलाने या उत्सव मनाने का पर्व नहीं, बल्कि आत्मिक प्रकाश और आध्यात्मिक जागरण का प्रतीक है.
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