नेफेड ने महाराष्ट्र में नया खरीद केंद्र शुरू कियाभारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) ने महाराष्ट्र में अपना पहला मॉडल खरीद केंद्र (Model Procurement Center) शुरू कर दिया है. इस अवसर पर NAFED ने कहा कि यह केंद्र किसानों के लिए एक पारदर्शी, कुशल और किसान-अनुकूल खरीद प्रणाली सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. संगठन के अनुसार, यह पहल कृषि खरीद व्यवस्था को मजबूत करने और किसानों को बेहतर सेवाएं देने के उद्देश्य से शुरू की गई है.
यह मॉडल प्रोक्योरमेंट सेंटर सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशानिर्देशों के अनुरूप डिजाइन किया गया है. इसमें किसानों की सुविधा, पारदर्शिता और समयबद्ध सहायता पर विशेष फोकस किया गया है, ताकि खरीद प्रक्रिया सरल और भरोसेमंद बन सके.
ग्रेडिंग और छंटाई की सुविधा- किसानों की उपज के वैज्ञानिक मूल्यांकन के लिए पूरी तरह सुसज्जित ग्रेडिंग और सॉर्टिंग यूनिट की व्यवस्था की गई है. इससे क्वालिटी लेकर विवाद खत्म होंगे और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा.
नमी नियंत्रण के लिए सुखाने की सुविधा- केंद्र में सुखाने का प्लेटफॉर्म और नमी नियंत्रण की सुविधा मौजूद है, जिससे किसान अपनी उपज को तय नमी मानकों के अनुसार तैयार कर सकते हैं. इससे रिजेक्शन की संभावना कम होती है और बेहतर कीमत मिलती है.
बोरियों और QR टैगिंग की व्यवस्था- यहां स्टैंडर्ड क्वालिटी की बोरियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. साथ ही खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता और ट्रैकिंग के लिए QR-आधारित टैगिंग सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है.
किसान आराम क्षेत्र और शौचालय-लंबी दूरी से आने वाले किसानों के लिए आराम क्षेत्र और स्वच्छ शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे उन्हें इंतजार के दौरान राहत मिल सके.
पीने का पानी और अन्य सुविधाएं-सेंटर पर साफ पीने का पानी, छाया और बैठने की व्यवस्था की गई है, जिससे पूरी खरीद प्रक्रिया किसान-अनुकूल बनती है.
हेल्प डेस्क और किसान सहायता काउंटर- किसानों को पंजीकरण, दस्तावेजीकरण, नमी मानक, शिकायत और भुगतान की स्थिति से जुड़ी जानकारी देने के लिए एक समर्पित हेल्प डेस्क भी बनाई गई है.
तेज भुगतान प्रक्रिया: किसानों को उनकी उपज का भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जाएगा, जिससे देरी और बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी.
पूरी पारदर्शिता: कैलिब्रेटेड वजन मशीन और डिजिटल क्वालिटी टेस्टिंग से किसानों को भरोसेमंद मूल्यांकन मिलेगा.
कम इंतजार समय: डिजिटल प्रोसेसिंग और बेहतर वर्कफ्लो से खरीद प्रक्रिया तेजी से पूरी होगी.
उचित बाजार तक पहुंच: PSS (Price Support Scheme) के तहत छोटे और सीमांत किसानों को भी समान अवसर और सही कीमत मिलेगी.
NAFED ने कहा कि यह मॉडल खरीद केंद्र आधुनिक बुनियादी ढांचे, दक्षता और पारदर्शिता के माध्यम से किसानों की आजीविका सुधारने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. संगठन को उम्मीद है कि यह केंद्र हजारों किसानों को लाभ पहुंचाएगा और पूरे महाराष्ट्र में भविष्य की खरीद प्रक्रियाओं के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगा.
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