
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के एक गांव में गरीब किसान के बेटे ने डीएसपी बनकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है. आज इस किसान के बेटे का नाम पूरे जिले में मशहूर हो गया है. गरीब किसान ने मेहनत-मजूरी से अपने बेटे को पढ़ाया-लिखाया और उसे इस पद के काबिल बनाया. आज भी गांव के बचपन के वे दिन डीएसपी संतोष पटेल को याद हैं. देवगांव में पटेल परिवार में जन्मे संतोष पटेल भले ही इस मुकाम पर पहुंच गए हों, मगर उन्हें अपना गांव-घर बहुत पसंद है. ड्यूटी के बाद डीएसपी संतोष पटेल जब वर्दी लगाकर अपनी मां से मिलने अचानक पहुंचे तो मां खेतों में गुडारी छील रही थी.
डीएसपी संतोष पटेल जब मां से मिले तो उन्हें बचपन के वे सारे दिन याद आ गए. पटेल की ड्यूटी गांव से दूर सतना में लगी है. वे गांव पर नहीं रहते, जहां उनके माता-पिता रहते हैं. लेकिन वीआईपी ड्यूटी से लौटने के बाद उनका गांव पड़ा और वे अचानक अपनी मां से खेत में मिलने पहुंच गए. उस वक्त मां मवेशियों के लिए चारा का इंतजाम कर रही थी.
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मां के साथ गांव की भाषा में डीएसपी बेटे ने सुनहरे बचपन के दिन याद किए. इसी बीच डीएसपी संतोष के चचेरे भाई भी खेत में मिलने आ गए. डीएसपी का वीडियो मोबाइल में कैद कर लिया जो अब सोशल मीडिया में काफी पसंद किया जा रहा है.
डीएसपी संतोष पटेल इस समय ग्वालियर जिले के घाटीगांव में डीएसपी हैं. अजयगढ़ के पैतृक गांव देवगांव में मां कोल्हू बाई और पिता जानकी पटेल रहते हैं. महज दो एकड़ जमीन और एक छोटा सा मकान है जहां आज भी माता-पिता रहते हैं. संतोष पटेल ने माता-पिता को कई बार अपने पास बुलाना चाहा, लेकिन उन्होंने अपनी मातृभूमि को नहीं छोड़ा. अपने माता-पिता की खुद्दारी पर डीएसपी संतोष पटेल को भी गर्व है जिसे उन्होंने अपने बीते लम्हों में अपनी कामयाबी के साथ खुद शेयर किया है.
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संतोष पटेल (डीएसपी) कहते हैं, सतना में वीआईपी ड्यूटी में गया था. रास्ते में गांव पड़ा तो मां से मिलने चला गया. मां और पिताजी जैसे पहले काम करते थे, वैसे ही आज भी करते हैं. मां खेत में भैंस के लिए घास छील रही थी. जैसे बचपन में स्कूल से आकर मां के साथ खेत चले जाते थे, वैसे ही खेत में जाकर मां का आशीर्वाद लिया. पहली बार वर्दी पहन कर घर गया था. पटेल ने कहा, माता-पिता के सिखाए हुए संस्कार पर चलते हैं, उनके बताए अनुसार समाज सेवा कर रहे हैं. युवाओं के लिए ये संदेश है कि वह अपने माता-पिता का सम्मान करें और देश सेवा करें.(रिपोर्ट/अखिलेश कुमार)
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