महाराष्ट्र के डेयरी किसान अब आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं. दूध के सही दाम ना मिलने और दूध की एमएसपी तय किए जाने समेत करीब 15 मांगों को लेकर बीते चार साल से आवाज उठा रहे हैं. लेकिन महाराष्ट्र सरकार में अभी तक कोई सुनवाई ना होने से डेयरी किसान नाराज हैं. किसानों ने अब दूध के दाम की लड़ाई को लेकर मोर्चा खोल दिया है. किसानों का कहना है कि अब वो दूध से जुड़ी मांगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. अब किसानों की लड़ाई कोर्ट की मदद से लड़ी जाएगी.
गौरतलब रहे हाल ही में दूध के दाम को लेकर एक बडा मामला महाराष्ट्र से आया है. जहां डेयरी कंपनियों द्वारा किसानों के साथ रेट के मामले में दोहरा बर्ताव किया जा रहा है. इसे लेकर भी महाराष्ट्र के डेयरी किसानों में खासा गुस्सा है. इसके साथ ही किसान एक जुलाई से धरना-प्रदर्शन भी शुरु करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
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डेयरी किसानों के हितों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सतीश देशमुख ने किसान तक से बात करते हुए बताया कि बीते चार साल से हम लोग डेयरी किसानों के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन महाराष्ट्र सरकार किसानों के बारे में बात करने तक को तैयार नहीं है. दूध का सही दाम डेयरी कंपनियां नहीं दे रही हैं तो सरकार खामौश है. दूध की एमएसपी पर भी सरकार लगातार चुप्पी साधे हुए हैं. दूध पर मिलने वाले बोनस और सब्सिाडी के बारे में भी सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आता है.
डेयरी किसानों से जुड़ी ऐसी करीब 15 मांगें हैं जिनके बारे में बीते चार साल से आवाज उठाई जा रही है, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है. इसी के चलते हमने फैसला लिया है कि हम इन 15 मांगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल करेंगे. इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं. सवालों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उम्मीद है हम जुलाई में पीआईएल दाखिल कर देंगे.
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महाराष्ट्र के डेयरी किसान संग पड़ोसी राज्य के डेयरी किसानों के मुकाबले दोयम दर्जे का बर्ताव किया जा रहा है. महाराष्ट्र के डेयरी किसानों ने दूध के लिए गाय-भैंस पाली थीं कि मुनाफे के तौर पर चार पैसे मिल जाएंगे तो हिस्सें में आ रहा है गोबर. कई बार सड़क पर दूध फैलाकर किसान अपना विरोध जता चुके हैं, इंडो डेयरी फार्मर एसोसिएशन के अध्यक्ष रविन्द्र नवाले ने किसान तक को बताया कि आज डेयरी किसान के एक लीटर दूध पर 25 रुपये लागत आ रही है.
हरा-सूखा चारा हो या मिनरल्स सभी बाजार में बहुत महंगे हैं. लेकिन डेयरी कंपनियां किसान से गाय का दूध 26 से 27 रुपये लीटर के हिसाब से खरीद रही हैं. भैंस का दूध 48 रुपये लीटर खरीदा जा रहा है. भैंस के दूध की लागत भी ज्यादा आती है. किसान ने गाय-भैंस तो पाली थीं कि दूध पर मुनाफा मिलेगा, लेकिन मुनाफे के तौर पर हिस्से में आ रहा है सिर्फ गोबर. आज महाराष्ट्र में लाखों किसानों के सामने यही हालात हैं.
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