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सीआईआरजी, मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन के बीच हुआ समझौता

सीआईआरजी, मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन के बीच हुआ समझौता

आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन गोट्स (सीआईआरजी), मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन "डीबीएफ" के मध्य एक एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर किया गया है. इस समझौते का लक्ष्य बकरी आधारित आजीविका के माध्यम से सबसे कमजोर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है.

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सीआईआरजी, मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन के बीच हुआ समझौता सीआईआरजी, मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन के बीच हुआ समझौता

22 मार्च 2023 को आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन गोट्स (सीआईआरजी), मखदूम और डालमिया भारत फाउंडेशन "डीबीएफ" के मध्य एक एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर किया गया. जिसके अनुसार उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित केंद्रीय अनुसंधान संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद मखदूम, फराह में बकरियों पर डालमिया भारत फाउंडेशन टीम और मेजबान को छोटे पशुधन आधारित आजीविका को लागू करने के लिए प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और सहायता प्रदान करेगा. साथ ही सीतापुर, शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश और अपनी विस्तार सहायता एजेंसियों के माध्यम से असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में DBF के अन्य परियोजना स्थानों को भी समर्थन प्रदान करेगा.

इस समझौते का समूचा लक्ष्य बकरी आधारित आजीविका के माध्यम से सबसे कमजोर किसानों (महिला किसानों, सीमांत किसानों, छोटे किसानों, भूमिहीन किसानों, युवाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के किसानों और ग्रामीण पृष्ठभूमि के अन्य कमजोर वर्गों) की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है.

एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर के बाद सभी प्रतिनिधि का फोटो
एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर के बाद सभी प्रतिनिधि का फोटो

इस साझेदारी के उद्देश्य

समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लिए बकरी आधारित आजीविका को बढ़ावा देना, बकरी पालन के पालन और प्रबंधन के तरीकों में सुधार के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए, ग्रामीण युवाओं को व्यवहार्य आर्थिक गतिविधि के रूप में बकरी पालन के लिए प्रेरित करना, नवाचारों को आजमाना और वैज्ञानिक ज्ञान और कौशल को प्रयोगशाला से खेतों तक ले जाना और रुचि के विषयों पर पारस्परिक रूप से सहमत विषयों पर बकरी से संबंधित व्यवसाय मॉडल पर कृषि आधारित अनुसंधान करना है. 

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