नया वित्त वर्ष शुरू होने के साथ ही पोल्ट्री सेक्टर के लिए एक बड़ी खबर आई है. इस साल अकेले मालदीव को ही 43 करोड़ से भी ज्यादा अंडे एक्सपोर्ट करने की अनुमति मिली है. श्रीलंका और मलेशिया को भारत पहले से ही ऐग एक्सपोर्ट कर रहा है. बीते करीब एक-डेढ़ साल से देश को अंडे के नए खरीदार मिल रहे हैं. हाल ही में विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक पत्र जारी किया है. पत्र में मालदीव को ऐग एक्सपोर्ट करने की जानकारी दी गई है. लगातार कोशिश जारी है कि फिश और बफैलो मीट की तरह से पोल्ट्री प्रोडक्ट का भी एक्सपोर्ट बढ़े.
ऐसा नहीं है कि हमारे देश में पोल्ट्री प्रोडक्ट का उत्पादन कम है. असल में क्वालिटी के चलते अंडे-चिकन का उतना एक्सपोर्ट नहीं हो पाता है जितना मीट और फिश का होता है. इसी कमी को दूर करने के लिए केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने पोल्ट्री फार्मर के साथ मिलकर एक पहल शुरू की थी. ये पहल थी डिजिज फ्री कंपार्टमेंट जोन. अभी तक चार राज्यों में 26 जोन घोषित किए जा चुके हैं.
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बीते कुछ वक्त से भारत और मालदीव के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे. यही वजह थी कि उसका असर एक्सपोर्ट पर भी पड़ रहा था. सरकार की ओर से एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. लेकिन इस दौरान मालदीव के हालात ठीक नहीं रहे. खासतौर पर वहां खाने-पीने की चीजों की कमी होने लगी. इसी को देखते हुए भारत सरकार ने मालदीव को आलू, प्याज, चावल, चीनी और अंडे जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई से प्रतिबंध हटा लिया. मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो सरकार के इस निर्णय के बाद ही मालदीव को 43 करोड़ से ज्यारदा अंडे एक्सपोर्ट किए जा सकते हैं.
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष रिकी थापर का कहना है कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि भारत से अंडा एक्सपोर्ट होगा. अरब देशों में भी अंडा एक्सपोर्ट हो रहा है. मलेशिया और श्रीलंका भी भारत से अंडा खरीद रहे हैं. इसकी एक सबसे बड़ी वजह है अंडे का सस्ता होना. क्योंकि हमारे देश में दूसरे देशों के मुकाबले पोल्ट्री फीड सस्ती है. जिन सभी आइटम से फीड बनती है वो सभी हमारे अपने देश में ही होते हैं. किसी भी चीज को हमे इम्पोर्ट नहीं करना पड़ता है. दूसरा यह कि हमारे यहां लेबर सस्ती है. जबकि दूसरे देशों में दोनों ही चीजें महंगी हैं.
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यूपी के पोल्ट्री फार्मर मनीष शर्मा ने बताया कि श्रीलंका-मलेशिया के भारतीय अंडा बाजार में आने से एक अच्छा संकेत गया है. भारत में अंडे की कोई कमी नहीं है. अंडा उत्पादन में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर है. हर साल यहां छह से सात फीसद तक अंडा उत्पादन बढ़ रहा है. अगर रोजाना अंडे की डिमांड अच्छी रहेगी तो पोल्ट्री फार्मर को अंडे के दाम भी अच्छे मिलेंगे.
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