Tomato Price: टमाटर की आसमान छूती कीमतों ने लोगों को परेशान कर दिया है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में टमाटर 240 रुपये प्रति किलोग्राम फुटकर के भाव से बेचा जा रहा है. टमाटर की महंगाई से लोगों को राहत देने के लिए सरकार 80 रुपये किलो की दर से सस्ते में टमाटर बेच रही है. लेकिन आम लोगों को इससे राहत कम मिल पाई है. टमाटर की कीमतों में फिर से आए उछाल को लेकर कहा है कि मौसम के खराब होने के कारण पिछले दो महीने से देशभर में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है.
किसान तक की टीम लखनऊ के कुछ खुदरा टमाटर व्यापारियों से मिली. उन्होंने बताया कि मंडी में टामाटर महंगे दामों में मिल रहा है. इसलिए हम लोग 240 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट से बाजार में बेच रहे है. विक्रेताओं के मुताबिक, लोग टमाटर खरीदने भी नहीं आ रहे हैं.
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फिलहाल इसके रेट कम होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही हैं. महिलाएं सब्जी के बिना टमाटर के बनाने को मजबूर हो गयी हैं. इस बारे में कई महिलाओं से बातचीत की. सभी का यही कहना था कि टमाटर के बिना सब्जी में स्वाद नहीं आता, मगर 240 रुपए किलो के भाव से टमाटर कैसे खरीदें. मजबूरी में उन्हें बिना टमाटर के ही सब्जी बनानी पड़ती है.
दरअसल, मौसम की असामान्यता के कारण पिछले दो महीनों से देश भर में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है. पिछले दो दिनों में टमाटर की आवक में भारी गिरावट आई है. कम आपूर्ति के कारण थोक में कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, जिसके परिणाम स्वरूप खुदरा कीमतों पर भी असर पड़ा है.
शिमला मिर्च, कद्दू, गोभी और बैंगन की कीमत काफी बढ़ चुकी है. पिछले 15 दिनों के दौरान सब्जियों की कीमतें बहुत ज्यादा हो गई हैं. एक महीने पहले अदरक 100 रुपये प्रति किलो था और आज यह 300 रुपये किलो हो चुका है.
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बीते कुछ दिनों पहले 100 रुपये में सब्जी जरूरत भर की मिल जाती थी, लेकिन आज के समय में 200 रुपये देने के बाद भी ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है. 100 रुपए किलो की दर से बिकने वाला लहसुन अब 200 रुपए किलो में बिक रहा है. बाजार में मिर्च 80 रुपये किलो पहुंच गया. जबकि परवल व लोभिया का दाम 60 रुपये किलो बिक रहा है.
अब सवाल है कि क्या टमाटर यूं ही लाल होता रहेगा? क्या टमाटर यूं ही किचन का बजट बिगाड़ता रहेगा या आगे कुछ सुधार की गुंजाइश भी है? एक्सपर्ट की मानें तो इस पूरे महीने टमाटर के भाव में गिरावट की कोई संभावना नजर नहीं आती. कुछ एक्सपर्ट तो ये भी कह रहे हैं कि सितंबर तक यही स्थिति रहेगी. दिल्ली की बात करें तो जब तक हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम नहीं सुधरेगा, तब तक दिल्ली में टमाटर के भाव नहीं गिरेंगे. इसके अलावा जब टमाटर की नई फसल निकलेगी, तब जाकर दाम में गिरावट की संभावना है.
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