Vermicompost Farming: क्या है केंचुआ खाद, कैसे की जाती है इसकी खेती

Vermicompost Farming: क्या है केंचुआ खाद, कैसे की जाती है इसकी खेती

प्राकृतिक रूप से खेत की उर्वरता बढ़ाने में केंचुओं का योगदान बढ़ रहा है. केंचुए का उपयोग करके जैविक खाद बनाई जाती है और इस खाद को वर्मीकम्पोस्ट खाद भी कहा जाता है. यह केंचुओं और अन्य कीड़े या फिर खाने के पदार्थों को सड़ा कर तैयार किया जाता है.

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Vermicompost Farming: क्या है केंचुआ खाद, कैसे की जाती है इसकी खेतीकेंचुआ खाद की खेती

रासायनिक खादों के लगातार प्रयोग से मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम होती जा रही है. साथ ही इसका असर मानव शरीर पर भी देखने को मिल रहा है. ऐसे में इसको रोकने के लिए किसान और कृषि विशेषज्ञ जैविक खेती का सहारा ले रहे हैं ताकि मिट्टी की उर्वरक क्षमता को वापस लाया जा सके. इसी कड़ी में केंचुआ खाद का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. केंचुआ खाद को हम आम भाषा में वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) भी कहते हैं. वहीं रोजगार के नजरिए से देखा जाए तो लोग अच्छी उपज के लिए इस खाद की खरीदी भी कर रहे हैं ताकि रासायनिक खादों पर निर्भर ना होना पड़े. ऐसे में आप भी केंचुआ की खेती कर अच्छा मुनाफा कामा सकते हैं. आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे की जाती है केंचुआ खाद की खेती.

केंचुआ खाद क्या है?

प्राकृतिक रूप से खेत की उर्वरता बढ़ाने में केंचुओं का योगदान बढ़ रहा है. केंचुए का उपयोग करके जैविक खाद बनाई जाती है और इस खाद को वर्मीकम्पोस्ट खाद भी कहा जाता है. यह केंचुओं और अन्य कीड़े या फिर खाने के पदार्थों को सड़ा कर तैयार किया जाता है. इस खाद से बदबू नहीं आती और किसी प्रकार का कोई प्रदूषण इससे नहीं फैलता है. वर्मीकम्पोस्ट डेढ़ से दो महीने में तैयार हो जाता है। इसमें 2.5 से 3% नाइट्रोजन, 1.5 से 2% सल्फर और 1.5 से 2% पोटाश की मात्रा होती है.

केंचुआ खाद कैसे तैयार किया जाता है?

  • कंपोस्टिंग के लिए एक अंधेरे और हवादार जगह की जरूरत होती है। ऐसे स्थान पर 2 मीटर लम्बे और 1 मीटर चौड़े स्थान के चारों ओर एक मेड़ बना लें. उस बनाए गए जगह पर केंचुआ और अन्य खाने के छिलके या पदार्थ को इककट्ठा कर लें.
  • नीचे की परत पर सड़ी हुई गोबर या वर्मीकम्पोस्ट मिलाकर कुछ मिट्टी फैला दें, ताकि प्रारंभिक अवस्था में केंचुओं को भोजन की दिक्कत ना हो. इसके बाद इसमें 40 से 60 केंचुए प्रति वर्ग फुट की दर से डाल दें. इसके बाद इसके ऊपर सब्जी के अवशेष आदि की एक परत डालकर 10-12 इंच मोटी परत बना दें. 
  • इसके बाद भूसा, सूखे पत्ते, गाय का गोबर, आधा सड़ा हुआ गोबर दूसरी परत के ऊपर रख दें. फिर हर परत के बाद उस पर हल्का पानी छिड़क दें. 
  • कम्पोस्ट की आखिरी परत पर गोबर की 3-4 इंच मोटी परत डालकर ऊपर से ढक दें, ताकि केंचुए आसानी से ऊपर-नीचे हो अपनी प्रतिकृया कर सके. आपको बता दें रौशनी में केंचुओं की गति कम हो जाती है, जिससे खाद बनने में समय लग सकता है, इसलिए परत को ढकना आवश्यक है. 
  • 50 से 60 दिनों के बाद आपकी वर्मीकम्पोस्ट खाद बन कर तैयार हो जाएगी। सबसे ऊपरी परत को हटा दें और उसमें से केंचुओं को निकाल लें। इस प्रकार नीचे की परत को छोड़कर शेष खाद को इकट्ठा कर लें और केंचुओं को छलनी से छान कर अलग कर लें, ताकि केंचुए का इस्तेमाल आप दोबारा खाद बनाने में कर सकें.   
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