अदरक लंबे समय से भारतीय रसोई का अहम हिस्सा रही है. खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर कई बीमारियों को ठीक करने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं अदरक का इस्तेमाल आयुर्वेद में किया जाता है. एफडीसी के मुताबिक, अदरक में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर जैसे मिनरल्स के साथ एनर्जी, फाइबर, प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. इसके अलावा अदरक विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन के, विटामिन ई का भी प्रमुख स्रोत है. जिस तरह ताजा अदरक किसी औषधि से कम नहीं है, उसी तरह नकली अदरक किसी बीमारी से कम नहीं है.
ऐसे में बाजार में बिक रहे अदरक पर आप आसानी से आंख बंद कर भरोसा नहीं कर सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप असली और नकली अदरक की पहचान करना सीख लें. तो आइये जानते हैं कैसे करें इसकी पहचान.
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असली और नकली अदरक में फर्क जानने से पहले आइए जानते हैं कि अदरक खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं. अदरक एक लोकप्रिय मसाला है जो न केवल अपने स्वाद के लिए बल्कि स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जाना जाती है.
अदरक में जिंजरोल जैसे कई बायोएक्टिव पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकती है और ऑस्टियोआर्थराइटिस, रुमेटीइड गठिया और मांसपेशियों में दर्द जैसी स्थितियों से राहत दिला सकती है. अदरक का इस्तेमाल लूज मोशन और उल्टी को कम करने के लिए किया जाता है. अदरक में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं. इसमें रोगाणुरोधी गुण भी हो सकते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं.
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