गुलाब दुनिया में पाए जाने वाले फूलों की सुंदरता में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसकी खूबसूरती को देखकर किसी भी इंसान का मन आनन्द से भर सकता है. गुलाब का उपयोग कट फूलों के लिए तथा लूज फूलों के साथ-साथ कई प्रकार की चीजों को बनाने में भी किया जाता है. इससे तैयार किए गए उत्पादों की बाजार में काफी मांग रहती है. गुलाब जल, गुलाब से तैयार किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण उत्पाद है, जिसका लंबे समय से काफी महत्व रहा है. इसको बनाने के लिए गुलाब के फूल का 80 प्रतिशत भाग का उपयोग किया जाता है. इसी तरह इससे गुलकंद भी बनाया जाता है. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की एक मैगजीन में दावा किया गया है कि गुलकंद इंसान के गुस्से को कम करने का काम भी करता है.
भारत में गुलाब की खेती सुगन्धित पदार्थों के लिए मुख्य तौर पर हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा तमिलनाडु में की जाती है. उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला गुलाब जल और गुलाब तेल के लिए प्रसिद्ध है. महारानी गुलाब की राजस्थान में चित्तौड़गढ़ से हल्दीघाटी तक मुख्य रूप से वैल्यू एडेड खाद्य पदार्थ बनाने के लिए खेती की जाती है. फिलहाल, गुलकंद बनाने के लिए कृषि वैज्ञानिक हीरा लाल अटल, महेन्द्र मीना और देवेन्द्र कुमार ने जानकारी दी है.
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गुलकंद, गुलाब से तैयार की जाने वाली एक स्वादिष्ट मिठाई है. यह गुलाब की पंखुड़ियों तथा मिश्री को साथ में मिलाकर तैयार की जाती है. गुलकंद को बनाने के लिए गुलाब की पंखुड़ियों तथा मिश्री को 1:1 के अनुपात में उपयोग किया जाता है. गुलकंद स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर इसका सेवन करने से बढ़ी हुई गर्मी को कम किया जा सकता है. इसके साथ-साथ गुलकंद का सेवन शरीर में गर्मी की वजह से पैदा होने वाली समस्याओं से भी निजात दिलाता है. इसका नियमित सेवन करना दिमाग के लिए भी लाभकारी होता है.
रोजाना सुबह और शाम गुलकंद की एक चम्मच मात्रा का सेवन करने से दिमाग शांत रहता है. जिन लोगों को अधिक गुस्सा आता है, उनके लिए गुस्से को कम करने में काफी लाभदायक साबित होता है. गुलाब से तैयार गुलकंद पोषक तत्वों का खजाना होने के साथ-साथ कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स का भी अच्छा स्रोत होता है, जिसके कारण यह शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ाता है. इसके अलावा यह त्वचा संबंधित रोगों के लिए भी काफी लाभदायक होता है. यह एक अच्छा एंटीबैक्टीरियल भी है. गुलकंद का सेवन खाना खाने के बाद करने से यह खाने को पचाने में मदद करता है तथा पाचन शक्ति को भी बढ़ाता है.
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