गर्मी के मौसम में तेज धूप से बचने के लिए लोग खीरा खाना पसंद करते हैं. खीरे की खेती पूरे भारत में की जाती है. यह एक बेल वाला पौधा है. खीरे का उपयोग गर्मियों में सबसे अधिक किया जाता है. वहीं खीरे की डिमांड बाजारों में सालों भर बनी रहती है. लेकिन इस खीरे से परे एक ऐसा खीरा भी है जिसकी खेती मौत को बुलावा देती है. इस खीरे को समुद्री खीरे के तौर पर जाना जाता है. मौत को बुलावा इसलिए बोला जा रहा है क्योंकि इसे समुद्र से निकालने में गोताखोरों की जान तक चली जाती है.
समुद्री खीरे की कीमत प्रति किलो 3,000 डॉलर से अधिक है. वास्तव में ये खीरा इतना किमती है कि इसको पाने के लिए लोग अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं. आइए जानते हैं क्या है इस खीरे की खासियत और लोगों की मौत की वजह.
इस खीरे को सदियों से एशिया में स्वादिष्ट भोजन के रूप में महत्व दिया जाता रहा है, जहां सबसे धनी वर्ग इस खीरे को पौष्टिक उच्च-प्रोटीन व्यंजन के रूप में खाते थे. अब इस खीरे को आम तौर पर सुखाया जाता है और इसे बक्सों में पैक किया जाता है. फिर उपहार के रूप में लोगों को दिया जाता है और विशेष अवसरों पर परोसा जाता है. साथ ही दुनिया में समुद्री खीरे की 1,250 अलग-अलग प्रजातियां है. इसमें जापानी समुद्री खीरा सबसे आगे है.
ये भी पढ़ें:- हाथ से छिड़काव करने का झंझट खत्म, 49 परसेंट छूट के साथ खरीदें ये बैटरी स्प्रेयर
समुद्री खीरे की त्वचा में फ्यूकोसिलेटेड ग्लाइकोसामिनोग्लाइकेन नामक रसायन का उच्च स्तर होता है, जिसका उपयोग पूरे एशिया में लोग सर्दियों से गठिया जैसी समस्याओं के इलाज के लिए कर रहे हैं. साथ ही यूरोप में लोग इसका उपयोग कैंसर के इलाज के लिए कर रहे हैं. वहीं समुद्री खीरे का क्रेज अब हर तरफ तेजी से बढ़ रहा है. इसके साथ ही मोरक्को से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और पापुआ न्यू गिनी तक हर कोई समुद्री खीरे का व्यापार करना चाहता है. 1996 से 2011 तक, समुद्री खीरे का निर्यात करने वाले देशों की संख्या 35 से बढ़कर 83 हो गई है.
समुद्र से इस खीरे को निकालना बहुत जोखिम भरा काम है. समुद्री खीरे की खेती को संभाल पाना आसान नहीं है क्योंकि जितनी अधिक समुद्री खीरे की कटाई की जाती है, वे उतनी ही दुर्लभ और महंगी हो जाती हैं. इसे समुद्र से निकालने में बहुत जोखिम का काम है. इसे निकालने में कई लोगों की मौत हो चुकी है. जापान में इसे निकालने का खतरा सबसे अधिक दर्ज किया जाता है. 2011 और 2016 के बीच दुनिया भर में औसत कीमतें लगभग 17 फीसदी बढ़ी हैं. कमाने के लिए इस खीरे को इतना निकाला जा रहा है कि अब ये काफी दुर्लभ होता जा रहा है. इसे तोड़ने के लिए गोताखोर काफी गहरे पानी में उतर रहे हैं. वहीं अब तक, समुद्री खीरे की कटाई की कोशिश में कम से कम 40 गोताखोरों की मौत हो चुकी है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today