राजस्थान सरकार ने किसान कल्याण सेस की छूट अवधि को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है. यहां के व्यापारियों को अगले तीन महीने तक किसान कल्याण सेस के रेट में छूट मिलती रहेगी. इस अवधि को 30 जून तक बढ़ाया गया है. सेस पर छूट की अवधि 31 मार्च को समाप्त हो रही थी. चूंकि लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया है और पूरे देश में आचार संहिता लागू है, इसलिए सरकार इस अवधि को साल भर के लिए नहीं बढ़ा सकती थी. इधर सेस में छूट को लेकर प्रदेश के व्यापारियों में नाराजगी देखी जा रही थी. चुनाव के दौरान मामले को शांत करने के लिए सरकार ने तीन महीने के लिए छूट की अवधि बढ़ा दी है.
अभी हाल में खबरें आई थीं कि 31 मार्च के बाद राजस्थान में ग्रामीण कल्याण सेस में बढ़ोतरी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स के बाद भारतीय किसान संघ के नेताओं ने राजस्थान सरकार से मुलाकात की और किसी भी संभावित बढ़ोतरी का विरोध किया. लेकिन सरकार ने सेस में कोई वृद्धि नहीं की और मियाद को भी तीन महीने के लिए बढ़ा दिया.
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राजस्थान में किसान कल्याण सेस पर छूट की मियाद मार्च 2021 से चल रही है और इसकी अवधि मार्च 31 को समाप्त होने वाली थी. उससे पहले ही सरकार ने इसे तीन महीने के लिए बढ़ा दिया. बीते रविवार को राज्य सरकार ने इससे जुड़े आदेश की घोषणा की. एक आंकड़े के मुताबिक राजस्थान सरकार मंडी सेस से 600 करोड़ और किसान कल्याण सेस से 300-350 करोड़ की कमाई करती है.
राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार, किसान कल्याण सेस की दर ऊन पर शून्य, ज्वार, बाजरा, मक्का और इसबगोल पर 0.50 प्रतिशत, फलों और सब्जियों पर 2 प्रतिशत और शेष कृषि पर 1 प्रतिशत थी. लेकिन पिछले तीन वर्षों 2021-22 से 2023-24 के दौरान राज्य सरकार ने समय-समय पर अधिसूचना जारी कर फलों और सब्जियों पर किसान कल्याण सेस की दर को घटाकर 1 प्रतिशत और अन्य कृषि वस्तुओं पर 0.5 प्रतिशत कर दिया.
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