आजकल घर और ऑफिस के अंदर भी लोग पौधे लगाना पसंद कर रहे हैं. इसका ट्रेंड बढ़ रहा है. हालांकि, पौधे को हरा-भरा रखने के लिए जरूरी है कि आप सही मिट्टी और खाद का इस्तेमाल करें. इसके लिए लोगों ने देसी तरीका खोज निकाला है. कई बार खराब मिट्टी का उपयोग करने पर भी पौधे बार-बार मुरझा जाते हैं. ऐसे में कॉफी और चाय के पानी की मदद से मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी बना सकते हैं. ऐसा दावा किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसके इस्तेमाल से पौधों के पत्ते कुछ ही दिनों में हरे भरे हो जाते हैं. बताया गया है कि कॉफ़ी में पौधों के लिए आवश्यक कई प्रमुख पोषक तत्व होते हैं, जिनमें नाइट्रोजन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और अन्य खनिज तत्व शामिल हैं.
ये सभी पोषक तत्व ऐसे हैं जिनकी पौधों को बढ़ने के लिए जरूरत होती है. जिनमें विशेष रूप से नाइट्रोजन शामिल है. अब मसला यह है कि क्या चाय की पत्तियों में भी एनपीके नामक तीन बड़े पोषक तत्व होते हैं, यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम. कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस्तेमाल की गई चाय की पत्तियां न केवल कृषि उपज बढ़ाती हैं और किसानों को किफायती प्राकृतिक उर्वरक प्रदान करती हैं बल्कि भारी धातु विषाक्तता को भी कम कर सकती हैं.
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इसके लिए चायपत्ती को आप पौधों के आसपास छिड़क दें, या फिर पौधों के आस-पास की मिट्टी को हटाकर उसमें अंदर की ओर डाल दें. ध्यान रहे कि पौधों में चायपत्ती की अधिक मात्रा पौधों को बर्बाद भी कर सकती है. क्योंकि इसमें नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होती है. इसलिए जरूरत के हिसाब से ही प्रयोग करें. आजकल कई जगहों के किसान प्याज और बैंगन की फसल में कीड़ों को मारने के लिए शराब का भी इस्तेमाल करते हैं.
कॉफी ग्राउंड में कैल्शियम, पोटेशियम, नाइट्रोजन और फास्फोरस जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जिससे पौधों को बढ़ने में मदद मिलती है. ऐसे में आपको महीने में कम से कम 2 बार कॉफी पानी पौधों में मिलाना चाहिए. आप पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए मिट्टी में इनो मिला सकते हैं. इससे आपके पौधे कीड़ों से दूर रहेंगे और फूल भी जल्दी-जल्दी आएंगे. हालांकि इनका इस्तेमाल करने से पहले आप किसी बागवानी विशेषज्ञ से राय ले लेंगे तो अच्छा रहेगा.
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