Lunar Eclipse 2025: 7 सितंबर को लगेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण, जानें कब और कितने बजे दिखेगा

Lunar Eclipse 2025: 7 सितंबर को लगेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण, जानें कब और कितने बजे दिखेगा

7 सितंबर 2025 को होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण: जानिए इसका समय, महत्व और इसे कैसे देख सकते हैं. इस लेख में समझें क्यों चंद्रमा लाल रंग में चमकता है, ग्रहण की पूरी प्रक्रिया और आगामी खगोलीय घटनाएं.

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Lunar Eclipse 2025: 7 सितंबर को लगेगा पूर्ण चंद्र ग्रहण, जानें कब और कितने बजे दिखेगाचन्द्र ग्रहण (सांकेतिक फोटो)

साल 2025 में एक खास खगोलीय घटना, पूर्ण चंद्र ग्रहण, 7 सितंबर को होगी. इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक लेगी. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में होते हैं. पृथ्वी सूर्य की रोशनी को रोकती है और अपनी छाया चंद्रमा पर डालती है. यूपी के प्रयागराज में इस ग्रहण की शुरुआत रात 8:58 बजे होगी. पूर्ण ग्रहण रात 11 बजे दिखेगा और यह लगभग 2:25 बजे समाप्त होगा. कुल मिलाकर यह ग्रहण 5 घंटे 27 मिनट तक चलेगा. इसके बाद अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को होगा.

पूर्ण चंद्र ग्रहण क्यों होता है केवल पूर्णिमा को?

पूर्ण चंद्र ग्रहण तब ही संभव होता है जब चंद्रमा पूर्णिमा के दिन चंद्र नोड के बहुत करीब होता है. तभी सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ पाते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक पाती है.

आंशिक और उपछाया चंद्र ग्रहण क्या होता है?

जब चंद्रमा का कुछ हिस्सा ही पृथ्वी की छाया में आता है, तो इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं. वहीं यदि पृथ्वी की उपछाया (बहुत हल्की छाया) चंद्रमा को छूती है, तो उपछाया ग्रहण होता है. पृथ्वी की उपछाया चंद्रमा की कक्षा से बाहर तक फैली होती है.

चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से क्यों देखा जा सकता है?

हालांकि पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है, फिर भी चंद्रमा पूरी तरह अंधेरा नहीं होता. पृथ्वी का वायुमंडल सूर्य के प्रकाश को मोड़ता है, जिससे कुछ रोशनी चंद्रमा तक पहुंचती है. इसलिए चंद्रमा पूरी तरह दिखाई देता है.

चंद्रमा लाल रंग का क्यों दिखता है?

पृथ्वी के वायुमंडल में सूर्य की रोशनी से छोटी तरंगदैर्घ्य वाली नीली और हरी किरणें छंट जाती हैं. लेकिन लंबी तरंगदैर्घ्य वाली लाल और नारंगी किरणें वायुमंडल से होकर गुजरती हैं और चंद्रमा को लाल-नारंगी रंग में चमकाती हैं. इस वजह से इस घटना को ब्लड मून भी कहा जाता है.

चंद्र ग्रहण कहां-कहां देखा जा सकेगा?

इस बार का पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत, चीन, रूस, अरब देश, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और यूरोप के कई हिस्सों से देखा जा सकेगा. लोग इसे बिना किसी उपकरण के नंगी आंखों से भी देख पाएंगे.

ग्रीन कार्न मून क्या है?

अगस्त के बाद की पहली पूर्णिमा को ग्रीन कार्न मून कहा जाता है. अमेरिकी जनजातियों जैसे चेरोकी और क्रीक लोग इसी समय अपनी मकई की फसल काटते हैं. यह पूर्णिमा प्रकृति और फसलों के चक्र से जुड़ी होती है.

हार्वेस्ट मून और शरद विषुव

हार्वेस्ट मून अक्टूबर में होता है, जो शरद विषुव के नजदीक की पूर्णिमा होती है. प्राचीन समय में किसान इस दौरान चंद्रमा की रोशनी का उपयोग फसल काटने में करते थे. 2025 में हार्वेस्ट मून 5-6 अक्टूबर को होगा. शरद विषुव लगभग 22 सितंबर को आता है.

7 सितंबर 2025 का पूर्ण चंद्र ग्रहण एक अद्भुत खगोलीय अनुभव होगा, जिसे पूरी दुनिया के लोग देख सकेंगे. इसे मिस न करें और इस प्राकृतिक चमत्कार का आनंद लें.

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