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महिलाओं के लिए नौकरी के मौके बढ़े, कैंपस प्लेसमेंट में हायरिंग रेशियो 40 फीसदी हुआ, IT-बैंकिंग सेक्टर में सर्वाधिक भर्ती  

महिलाओं के लिए नौकरी के मौके बढ़े, कैंपस प्लेसमेंट में हायरिंग रेशियो 40 फीसदी हुआ, IT-बैंकिंग सेक्टर में सर्वाधिक भर्ती  

भारत में अब वर्कप्लेस पर महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कैंपस प्लेसमेंट में फीमेल स्टूडेंट्स की हायरिंग में इजाफा हो रहा है. कुल वर्कफोर्स में महिलाओं कर्मचारियों की हिस्सेदारी बढ़ने से देश की विकास दर में भी इजाफा होने का अनुमान जताया गया है. IT, बैंकिंग सेक्टर में महिलाओं को सबसे ज्यादा नौकरियां मिल रहीं.

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महिलाओं और पुरुषों की संख्या के बीच कामकाजी आबादी में अंतर तेजी से घट रहा है. महिलाओं और पुरुषों की संख्या के बीच कामकाजी आबादी में अंतर तेजी से घट रहा है.

भारत में अब वर्कप्लेस पर महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कैंपस प्लेसमेंट में फीमेल स्टूडेंट्स की हायरिंग में इजाफा हो रहा है. कुल वर्कफोर्स में महिलाओं कर्मचारियों की हिस्सेदारी बढ़ने से देश की विकास दर में भी इजाफा होने का अनुमान जताया गया है. कैंपस प्लेसमेंट में महिलाओं की हायरिंग 35 फीसदी से बढ़कर 40 फीसदी पहुंच गई है. 

भारत में अब कंपनियां वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए महिलाओं की हायरिंग पर फोकस बढ़ा रही हैं. इसके असर से बीते कुछ बरसों में कैंपस प्लेसमेंट में फीमेल वर्कफोर्स की हायरिंग में इजाफा हुआ है. AI आधारित भर्ती से जुड़ी कंपनी हायरप्रो की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2022-23 के दौरान कैंपस प्लेसमेंट में महिलाओं की हायरिंग में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस दौरान कॉलेज कैंपस में की जाने वाली हायरिंग में फ्रेश टैलेंट में महिलाओं की हिस्सेदारी 35 फीसदी से बढ़कर 40 परसेंट हो गई. 

अब कंपनियां वर्कप्लेस पर सभी की भागीदारी बढ़ाने और विविधता लाने के लिए महिलाओं को नौकरियां देने के लिए तैयार हैं. 2022-23 के दौरान हुई कैंपस हायरिंग के आधार पर ये सर्वे किया गया है. सर्वे में उस साल नौकरी पाने वाले साढ़े 5 लाख उम्मीदवारों का आंकलन किया गया है. इनमें सेंट्रल, पूर्व, उत्तर, दक्षिण और पश्चिम भारत के छात्र शामिल हैं. 

IT, बैंकिंग सेक्टर में महिलाओं को सबसे ज्यादा नौकरियां मिल रहीं

हायरप्रो के सर्वे के मुताबिक जिन सेक्टर्स में महिलाओं को सबसे ज्यादा नौकरियां मिल रही हैं उनमें शामिल हैं IT, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस यानी BFSI और R&D सेक्टर. डेटा के एनालिसिस के मुताबिक IT सर्विसेज ने कैंपस प्लेसमेंट में महिलाओं के मामले में टॉप किया है. यहां पर अगर क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो काफी दिलचस्प जानकारी निकलकर सामने आई है जिसके मुताबिक 39 फीसदी महिला उम्मीदवारों के साथ दक्षिण जोन ने कैंपस हायरिंग में टॉप किया है. इसके बाद दूसरे नंबर पर 34 फीसदी भागीदारी के साथ पश्चिम भारत शामिल है. वहीं तीसरे नंबर पर 28 फीसदी के साथ सेंट्रल जोन और उत्तर भारत 27 परसेंट के साथ चौथे नंबर पर रहा है.जबकि पूर्वी भारत की महिलाओं की भागीदार 24 फीसदी के साथ सबसे कम रही है.

महिला-पुरुष संख्या में कामकाजी आबादी का अंतर घट रहा 

हायरप्रो ने अपने सर्वे के आधार पर दावा किया है कि भारत में अब महिलाओं और पुरुषों की संख्या के बीच कामकाजी आबादी में अंतर तेजी से घट रहा है. वहीं सरकार की कोशिशों और जागरुकता बढ़ने से भारत में जेंडर इक्वलेटी भी तेजी से सुधर रही है. महिलाओं की संख्या बढ़ने का फायदा भारत को विकास दर में तेजी के तौर पर भी देखने को मिल सकता है. अनुमानों के मुताबिक भारत में अगर महिलाओं की कामकाजी आबादी में बराबर की हिस्सेदारी हो जाती है तो फिर विकास दर में करीब 1 फीसदी का उछाल आ सकता है. (आदित्य के राणा) 

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