भारत में प्याज की मौजूं कहानी में किसानों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं. प्याज के दाम बीते कुछ सालों से बेहद ही नीचे चल रहे थे, जिसमें महाराष्ट्र, एमपी, गुजरात और राजस्थान में किसानों से कभी 1 से 10 रुपये किलो तक प्याज बेचा. इस वजह से किसान लागत भी नहीं निकाल पाए. प्याज किसानों को गिरते दामों से बीते अगस्त में थोड़ी राहत मिली थी, इस दौरान प्याज के दामों में थोड़ी तेजी आई थी, लेकिन बाजार में प्याज के दामों ने पकड़ी तेजी पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट पर 40 फीसदी ड्यूटी लगा दी.
इसके बाद केंद्र सरकार ने 8 दिसंंबर को प्याज एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था, जिससे अंंतरराष्ट्रीय बाजार में प्याज के दाम बढ़ने से बेचैनी बढ़ गई थी, तो वहीं भारत में आम लोगों को थोड़ी राहत मिली थी, जबकि देश के प्याज किसानों की मुश्किलें और नुकसान बढ़ गया, लेकिन अब पाकिस्तान ने प्याज एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया है. आइए इस कड़ी में जानते हैं कि पाकिस्तान एक्सपोर्ट बैन से किसे चैन मिलेगा और किसके हिस्से बेचैनी आई है.
पाकिस्तान सरकार ने 9 मार्च को प्याज एक्सपोर्ट बैन करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान सरकार ने प्याज और केले के एक्सपोर्ट बैन करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान सरकार ने रमजान के महीने में प्याज और केले के दामों में नियंत्रण के लिए प्याज एक्सपोर्ट बैन करने का फैसला लिया है, जिसके तहत 15 अप्रैल तक प्याज एक्सपोर्ट बैन का फैसला लिया गया है.
पाकिस्तान और भारत दुनिया के शीर्ष प्याज उत्पादक देश हैं, लेकिन बीते 8 दिसंबर को भारत सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश, नेपाल समेत कई खाड़ी देशों में प्याज के दाम नई ऊंचाईयों पर पहुंच गए थे, जिसके बाद पाकिस्तान ने प्याज एक्सपोर्ट कर नोट कूटे थे. असल में भारत से प्याज एक्सपोर्ट बैन के बाद पाकिस्तान ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) 1200 यूएस डॉलर प्रति टन कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान को प्याज एक्सपोर्ट कर अतिरिक्त फायदा हुआ था.
भारत में प्याज एक्सपोर्ट बैन अभी भी जारी है, लेकिन बीते दिनों ही भारत सरकार ने सर्शत दुनिया के 5 देशों को प्याज एक्सपोर्ट करने की इजाजत दी है. बेशक किस दाम में इन देशों को प्याज एक्सपोर्ट होगा. कुल मिलाकर 70000 टन प्याज एक्सपोर्ट भारत से होना है. ये स्पष्ट नहीं है, लेकिन भारत सरकार के फैसले से लगता है कि रमजान में पाकिस्तान के अंदर प्याज की बढ़ती मांग और पाकिस्तान से प्याज एक्सपोर्ट बैन की आशंका की संभावनाओं के चलते भारत ने ये फैसला लिया है.
पाकिस्तान ने जिस तरीके से भारत से प्याज एक्सपोर्ट बैन के समय प्याज एक्सपोर्ट कर अतिरिक्त लाभ कमाया था, संंभावित तौर पर भारत भी अब उसी ट्रैक पर है. जिससे भारत के किसानाें को फायदा होने की उम्मीद है.
पाकिस्तान सरकार ने रमजान के महीने में आम जन को सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के लिए प्याज एक्सपोर्ट बैन का फैसला लिया था, लेकिन इसका असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. पाकिस्तान मीडिया संस्थान डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार एक्सपोर्ट बैन के बाद भी प्याज के दामों में बढ़ोतरी जारी है. दो सप्ताह तक वेंडर 180 रुपये किलो तक प्याज बेच रहे थे, लेकिन एक्सपोर्ट बैन के बाद भी रमजान में मांग बढ़ने के चलते कराची में प्याज के दाम 280 रुपये किलो तक चल रहे हैं. जिससे आम आदमियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं.
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