इस देश में डायबिटीज सबसे आम समस्या है. 10 में से 8 लोगों को डायबिटीज है. जिसके कारण वे बहुत सारी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं. डायबिटीज की समस्या तब शुरू होती है जब पैन्क्रियाज इंसुलिन बनाने में असमर्थ हो जाता है. हम जो खाना खाते हैं वह चीनी में टूट जाता है और खून में मिल जाता है. जब खून में शुगर लेवेल बढ़ जाता है, तो पैन्क्रियाज इंसुलिन जारी करने का संकेत देता है. इस स्वास्थ्य समस्या का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ खाने, स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने और समय पर दवा लेने से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ शुगर लेवल को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेगा बल्कि इसे कम करने में भी आपकी मदद करेगा.जी हां, हम बात कर रहे हैं पनीर डोडी की जो आपकी डायबिटीज का वन स्टॉप सॉल्यूशन बन सकता है.
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर अपने खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत होती है. खास कर मीठे खाने से दूरी बनाने की जरूरत रहती है. शुगर को रोकने के लिए आयुर्वेद में कई प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. ऐसा ही एक उपाय है 'पनीर के फूल जिसे पनीर डोडी' भी कहा जाता है. पनीर के फूल भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पाए जाते हैं, जो अपने औषधीय गुणों के कारण काफी लोकप्रिय हैं और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं. अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं, तो इस फूल का सेवन कर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं.
पनीर डोडी एक फूल है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में दवा बनाने के लिए किया जाता है. यह फल स्वाद में मीठा होता है, जिसमें शामक और मूत्रवर्धक गुण होते हैं. सिर्फ़ शुगर ही नहीं, पनीर का फूल अनिद्रा और अस्थमा जैसी समस्याओं से निपटने में भी मदद करता है. जानकारों के मुताबिक, पनीर डोडी एक जड़ी बूटी है, जिसकी मदद से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है. ये फूल पैन्क्रियाज की बीटा कोशिकाओं को सही करने और इंसुलिन का बेहतर इस्तेमाल करने में मदद करते हैं. अगर रोजाना थोड़ी मात्रा में पनीर के फूल का सेवन किया जाए, तो यह हाई ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित कर सकता है.
जानकारों का कहना है कि पनीर का फूल डायबिटीज में फायदेमंद होता है. इसमें कोशिकाओं के अंदर इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने की अच्छी क्षमता होती है. यह पैन्क्रियाज की बीटा कोशिकाओं की मरम्मत करने में मदद करता है. आपको बता दें कि बीटा कोशिकाएं हमारे शरीर में इंसुलिन का उत्पादन करती हैं. जब किसी व्यक्ति को मधुमेह होता है, तो बीटा कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और इस तरह इंसुलिन का उत्पादन नहीं हो पाता है. ऐसी स्थिति में पनीर के फूल का सेवन पैन्क्रियाज को इंसुलिन का सही इस्तेमाल करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन NCBI द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, 30 दिनों तक इसके नियमित सेवन से ग्लाइसेमिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है.
पनीर डोडी का इस्तेमाल काढ़े के रूप में किया जा सकता है। इसके लिए कुछ पनीर के फूल लें और उन्हें करीब दो घंटे के लिए पानी में भिगो दें. अब एक बर्तन में उसी पानी में फूलों को उबालें, ताकि फूलों से मिलने वाले सभी गुण पानी में मिल जाएं. अब पानी को छान लें और रोजाना खाली पेट पिएं। ये फूल मेडिकल स्टोर पर पाउडर के रूप में मिलते हैं, आप चाहें तो इसका भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट भी इसे पिया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य जानकारी के आधार पर दी गई है. इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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