कच्छ के अनार किसानों की मदद में उतरी UPL, कम पानी में भी लाभदायक बनी खेती

कच्छ के अनार किसानों की मदद में उतरी UPL, कम पानी में भी लाभदायक बनी खेती

एग्रोकेमिकल कंपनी यूपीएल लिमिटेड ने हाल ही में अंजार कस्बे के किसानों के खेतों में गुजरात के कच्छ क्षेत्र के अनार उत्पादक किसानों के साथ-साथ अलग-अलग विश्वविद्यालयों के कृषि विशेषज्ञों की मौजूदगी में ‘किसान-मेला’ का आयोजन किया. इस नए तरह के कार्यक्रम का आयोजन यूपीएल के अध्यक्ष जयदेव श्रॉफ के पुत्र वरुण श्रॉफ ने लगभग 30 प्रगतिशील अनार किसानों की मौजूदगी में किया.

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कच्छ के अनार किसानों की मदद में उतरी UPL, कम पानी में भी लाभदायक बनी खेतीUPL के चेयरमैन एमेरिटस वरुण श्रॉफ

गुजरात का कच्छ क्षेत्र अब अपनी खेती के लिए जाना जाने लगा है. पहले यह पूरा इलाका सूखे के लिए प्रसिद्ध था. कच्छ को पहले कम बारिश और बंजर जमीन वाले इलाके के लिए जाना जाता था. ऐसे में यहां अनार जैसी बागवानी फसलों की खेती के बारे में सोचना भी मुश्किल था. कुछ साल पहले तक अनार की खेती के लिए एक कठिन चुनौती थी. लेकिन, अब नर्मदा के पानी की दिशा बदल दिए जाने के बाद, अनार की खेती अब किसानों के लिए फायदे का सौदा बन गई है.

गुजरात में अनार की खेती 43,500 हेक्टेयर में होती है और सालाना उत्पादन करीब 6.30 लाख मीट्रिक टन (MT) होता है. गुजरात में इस फल के सबसे बड़े उत्पादक इलाके कच्छ और बनासकांठा हैं. इन दोनों जिलों का मिलाकर उत्पादन करीब 4.80 लाख मीट्रिक टन है.

UPL ने लगाया किसान मेला

एग्रोकेमिकल कंपनी यूपीएल लिमिटेड ने हाल ही में अंजार कस्बे के किसानों के खेतों में गुजरात के कच्छ क्षेत्र के अनार उत्पादक किसानों के साथ-साथ अलग-अलग विश्वविद्यालयों के कृषि विशेषज्ञों की मौजूदगी में ‘किसान-मेला’ का आयोजन किया. इस नए तरह के कार्यक्रम का आयोजन यूपीएल के अध्यक्ष जयदेव श्रॉफ के पुत्र वरुण श्रॉफ ने लगभग 30 प्रगतिशील अनार किसानों की मौजूदगी में किया.

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अनार किसानों के खेतों का दौरा करने वाले वरुण श्रॉफ ने उनके दृष्टिकोण से चीजों को समझने के लिए उनके साथ लंबी बातचीत की और उन्हें अनार खेती के समाधान बताए. आपको बता दें कि यूपीएल एक भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है जो 5 महाद्वीपों में फैले 130 से अधिक देशों में अपनी मौजूदगी के साथ एग्रोकेमिकल बनाती और बेचती है.

किसानों को मिला पुरस्कार

बातचीत के दौरान किसानों ने गर्व से अपनी फसलें दिखाईं और बताया कि उनकी फसल बहुत अच्छी हुई है. वहां मौजूद कृषि विशेषज्ञों ने अनार किसानों को अपनी समस्याएं बताने के लिए कहा, जिनका तुरंत समाधान किया गया. अपने दादा पद्म भूषण आर डी श्रॉफ की तरह, चेयरमैन एमेरिटस, वरुण श्रॉफ ने अनार किसानों के साथ मिलकर उन्हें अनार की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया. शीर्ष पांच किसानों को उनकी फसलों के लिए पुरस्कार मिले और भाग लेने वाले सभी लोगों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए.

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किसान ‘किसान मेला’ से बेहद खुश थे और उनका मानना ​​था कि अगर भविष्य में अधिक आय वाली ऐसी खास फसलों के लिए इस तरह के किसान सम्मेलनों का आयोजन अधिक बार किया जाए तो यह सार्थक होगा. उनके गाइडेंस और सिफारिश को ध्यान में रखते हुए यहां के किसानों ने अनार की क्वालिटी और उपज में सुधार किया है.

 

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