सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य योजना यानी सीजीएचएस (CGHS) लाभार्थियों को बड़ी राहत देते हुए आभा आईडी लिंकिंग डेडलाइन को बढ़ा दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सर्कुलर के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों को 1 अप्रैल से 30 दिनों के भीतर अपनी सीजीएचएस आईडी को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आईडी से लिंक करने का समय दिया था. लेकिन, आईडी क्रिएशन, लाभार्थी डिटेल्स में गड़बड़ी समेत अन्य लिंकिंग दिक्कतों को देखते हुए अब मंत्रालय ने इसकी डेडलाइन को 90 दिनों के लिए और बढ़ा दिया है. आईडी लिंक करने का उद्देश्य स्वास्थ्य डाटा को इंटीग्रेटेड करना है, ताकि चिकित्सीय जरूरत को पहुंचाने में तेजी लाने के साथ ही आसान भी बनाया जा सके.
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) लाभार्थी आईडी को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA ID) संख्या से जोड़ने की अवधि को जुलाई 2024 तक के लिए बढ़ाया गया है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सर्कुलर में कहा है कि सीजीएचएस लाभार्थियों की सहायता के लिए कियोस्क को 30 जून 2024 तक सभी कल्याण केंद्रों पर चालू कर दिया जाएगा. जहां पर लाभार्थी अपना मोबाइल नंबर अपडेट करा सकेंगे और नाम, जन्म का वर्ष आदि में बदलाव या सुधार कर सकेंगे. मंत्रालय ने कहा है कि सभी लाभार्थी 1 जुलाई 2024 से सीजीएचएस लाभार्थी आईडी को आभा आईडी से जोड़ना शुरू कर देंगे.
मंत्रालय ने कहा कि आभा आईडी क्रिएट करने की समयसीमा 30 अप्रैल 2024 से 90 दिनों यानी 3 महीने के लिए बढ़ाई गई है. इससे पहले इस महीने की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लाभार्थियों को हर हाल में 30 अप्रैल तक सीजीएचएस आईडी को आभा आईडी से जोड़ने को कहा था. आईडी को जोड़ने से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से लाभार्थियों को चिकित्सीय लाभ मिलना तेज और आसान होगा, जबकि डाटा जुटाने में भी मदद मिलेगी. आईडी के एक साथ जुड़ने से मरीजों के लिए उपलब्ध अस्पताल विकल्पों का दायरा भी बढ़ने की उम्मीद है.
केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) 1954 में केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधा देने के लिए शुरू की गई थी. वर्तमान में 75 शहरों में 41 लाख से अधिक लाभार्थी इस योजना से कवर हैं. सीजीएचएस के जरिए केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए मॉडल हेल्थ सर्विसेज सुविधा मिलती है.
केंद्र सरकार ने आयुष्मान का लाभ 70 की उम्र के पार पहुंचे लोगों को भी देने का लक्ष्य तय किया है. आयुष्मान भारत को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के रूप में भी जाना जाता है. इस योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने की थी. इस योजना के तहत लाभार्थी परिवार को सालाना 5 लाख रुपये तक का हेल्थ कवरेज सुविधा देती है. योजना के तहत देश के 12 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ से अधिक लोगों को कवर किया जा रहा है. इसमें से 30 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं.
नेशनल डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम बनाने के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक का इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड (ईएचआर) बनाने के लिए हेल्थ इकोसिस्टम के भीतर स्वास्थ्य डेटा को ऑपरेशनल करने के लिए मंच विकसित करना है. ABHA एक 14 अंकों की संख्या है जो लाभार्थी के हेल्थ आइडी के रूप में जानी जाती है. इसे डिजिटल रूप से या हार्डकॉपी के रूप में जारी किया जा सकता है। जनवरी 2024 तक कुल 52 करोड़ से ज्यादा ABHA नंबर जारी किए गए हैं.
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