कृषि कचरे से प्रोडक्ट बनाने के लिए चर्चित अयोध्या का पक्का समूह अपना नया कंपोजिट पैकेजिं प्लांट अमेरिकी देश ग्वाटेमाला में लगाएगा. प्लांट में खाद बनाने के लिए लगने वाली पैकेजिंग सामग्री का प्रोडक्शन होगा. पक्का समूह के सीईओ ने कहा कि मध्य अमेरिकी देश ग्वाटेमाला प्लांट के लिए सही जगह है और यहां लगने वाली हमारी सबसे बड़ी सबसे बड़ी कम्पोस्टेबल पैकेजिंग यूनिट होगी. कंपनी ने कहा कि पोर्टलैंड हमारा वैश्विक उत्पाद विकास केंद्र बनेगा.
अयोध्या स्थित पक्का ग्रुप कृषि अवशेषों का इस्तेमाल करके टिकाऊ पैकेजिंग सामग्री बनाता है. पक्का समूह के ग्रुप सीईओ वेद कृष्ण ने कहा कि ग्वाटेमाला में एक यूनिट स्थापित की जा रही है, जहां हर दिन 400 टन खाद बनाने योग्य पैकेजिंग सामग्री का उत्पादन किया जाएगा. कंपनी अनुसंधान और विकास (R&D) पर अधिक खर्च करेगी और अपने बेंगलुरु आरएंडडी केंद्र को अमेरिका के पोर्टलैंड में स्थानांतरित करेगी.
सीईओ ने बिजनेसलाइन को ऑनलाइन बातचीत में कहा कि कंपनी इस साल अनुसंधान और विकास (R&D) में लगभग 5 मिलियन डॉलर खर्च करने करेगी. उन्होंने कहा कि हमें उत्तरी अमेरिकी बाजार से बहुत सारी क्वेरीज मिल रही थीं. इसलिए विचार यह बन गया कि चलो वहां के पास एक ऐसी जगह खोजें जहां हम गन्ना पा सकें. इसलिए मैं मैक्सिको, बेलीज, कोलंबिया, पेरू, इक्वाडोर और ब्राजील में रिसर्च की गई. उन्होंने कहा कि आखिरकार मुझे ग्वाटेमाला मिला, जहां चीनी बनाने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं.
उन्होंने कहा कि ग्वाटेमाला से अमेरिका के किसी भी तट तक जाने में 4-5 दिन लगते हैं और मध्य अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते के कारण उत्पादों को शून्य शुल्क पर निर्यात किया जा सकता है. इसने हमें यह निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया कि मध्य अमेरिकी देश ग्वाटेमाला प्लांट लगाने के लिए सही जगह है. सीईओ ने कहा कि हमने जमीन को अंतिम रूप दे दिया है और बाउंड्री का निर्माण भी शुरू कर दिया है. हमने बुनियादी इंजीनियरिंग को अंतिम रूप दे दिया है और धन जुटाने का काम शुरू हो गया है.
यह यूनिट दुनिया में कम्पोस्टेबल पैकेजिंग के लिए सबसे बड़ी यूनिट होगी और 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में चालू हो जाएगी. पक्का समूह ने जमीन खरीदने के लिए 10-12 मिलियन डॉलर की शुरुआती पूंजी लगाई है और 340 मिलियन डॉलर की प्रोजेक्ट के लिए एक टीम तैयार की है. इसकी योजना लोन के माध्यम से 200 मिलियन डॉलर जुटाने की है और कुछ विकास वित्त निगमों ने इसमें रुचि दिखाई है. हमें इक्विटी में 130 मिलियन डॉलर जुटाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि खाद बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली खोई उपलब्ध कराने वाली चीनी कंपनियां ने भी रुचि दिखाई है. रणनीतिक साझेदारों ने भी रुचि दिखाई है. इसके अलावा कंपनी के कुछ ग्राहक इक्विटी का एक हिस्सा खरीदना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम ऐसे स्टेज में हैं, जहां हम प्रोजेक्ट को जोखिम मुक्त कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हम मार्च में निवेशकों को अंतिम रूप दे पाएंगे. पक्का समूह फिलहाल अपने आरएंडडी सेंटर को अमेरिका में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा कि पोर्टलैंड हमारा वैश्विक उत्पाद विकास केंद्र बनने जा रहा है.
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