Agri Quiz: किस फसल की वैरायटी है मेघना, इसकी अन्य किस्मों के बारे में भी जानें

Agri Quiz: किस फसल की वैरायटी है मेघना, इसकी अन्य किस्मों के बारे में भी जानें

भारत में अलग-अलग फसलें अपनी अलग-अलग पहचान के लिए जानी जाती हैं. कई फसलें अपने अनोखे नाम के लिए तो कई अपने स्वाद और खास पहचान के तौर पर जानी जाती हैं. ऐसी है एक फसल है जिसकी वैरायटी का नाम मेघना है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

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Agri Quiz: किस फसल की वैरायटी है मेघना, इसकी अन्य किस्मों के बारे में भी जानेंकिस फसल की वैरायटी है मेघना

भारत खेती-किसानी और विविधताओं से भरा देश है. यहां सभी अलग-अलग फसलें अपनी खास पहचान और अनोखे स्वाद की वजह से जानी जाती हैं. वहीं, कई फसलें अपने अनोखे नाम के लिए भी मशहूर होती हैं. ऐसी ही एक फसल है जिसकी वैरायटी का नाम मेघना है. दरअसल, ये वैरायटी मिर्च है, जिसकी खेती पूरे साल में कभी भी की जाती सकती है. वहीं, बात करें मिर्च की तो ये एक व्यावसायिक फसल है. वहीं, मिर्च की खेती किसानों के लिए काफी लोकप्रिय है. ऐसे में आइए जानते हैं मिर्च की कौन-कौन सी उन्नत किस्में हैं?

मिर्च की पांच उन्नत किस्में

मेघना किस्म: हरी मिर्च की मेघना किस्म किसानों को प्रति हेक्टेयर में 30 से 35 टन हरी मिर्च और 5 से 6 टन सूखी लाल मिर्च का उत्पादन देने में सक्षम है. इस किस्म की पहली तुड़ाई पौधा लगाने के मात्र 60 से 65 दिनों बाद ही की जा सकती है. मेघना किस्म पत्तों के धब्बे रोग के प्रति प्रतिरोधी है. इसके फल लंबे, आकर्षक और गहरे हरे रंग के होते हैं जो पकने पर चमकीले लाल हो जाते हैं.

912 गोल्ड किस्म: ये मिर्च की एक हाइब्रिड किस्म है. इस किस्म के पौधे मजबूत होते हैं. इसके फल हल्के हरे रंग के होते हैं. वहीं, इसके फल अधिक तीखे नहीं होते हैं. साथ ही इस किस्म की खेती एमपी, यूपी, गुजरात, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और सभी उत्तर पूर्वी राज्य में की जाती है.

अर्का श्वेता किस्म: ये मिर्च की एक अधिक उपज देने वाली संकर किस्म है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 30 से 33 टन हरी मिर्च और 5 टन सूखी मिर्च का पैदावार देती है. इसके फल लंबे चिकने और हल्के हरे रंग के होते हैं. ये किस्म कई तरह के विषाणु रोगों के प्रति प्रतिरोधी है. साथ ही 55 से 60 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है.

हरिता किस्म: हरी मिर्च की किस्म हरिता जो 55 से 60 दिन में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है. यह एक हेक्टेयर में किसानों को 38 से 40 टन तक उत्पादन देती है. खास बात ये है कि इस वैरायटी में पाउडर इमलड्यू और वायरस नहीं लगते हैं. वहीं, सामान्य संकर किस्मों की तुलना में लगभग 10 दिन पहले तैयार हो जाती है.

काशी अर्ली किस्म: ये मिर्च की एक लोकप्रिय और तेजी से बढ़ने वाली किस्म है. बुवाई के मात्र 45 दिनों के भीतर ही इसके फल को तोड़ा जा सकता है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर लगभग 25 टन तक उत्पादन देती है. ये किस्म कई सामान्य बीमारियों के प्रति प्रतिरोधी होती है.

मिर्च की ऐसे करें खेती

मिर्च की खेती आप साल में कभी भी कर सकते हैं. मिर्च की खेती में देखभाल बहुत जरूरी होती है. यदि आप बुवाई करना चाह रहे हैं तो बीज खरीद कर खुद अपने यहां मिर्च की नर्सरी तैयार कर सकते हैं. इसकी बुवाई क्यारियां बनाकर दो-दो फीट की दूरी पर करनी चाहिए. दो बेडो के बीच दो से 3 फीट की दूरी होनी चाहिए. साथ ही मिर्च में पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो कीटनाशक का छिड़काव कर देना चाहिए. ऐसे में मिर्च का पौधा 3 से 4 महीने में फसल बिक्री के लिए तैयार हो सकता है.

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