मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में खाद संकट ने किसानों की परेशानी बढ़ा रखी है. बीते कुछ सप्ताह के दौरान झांसी, औरैया, महोबा, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में खाद दुकानों पर किसानों की लंबी लाइने देखी गई हैं. महोबा में नकली खाद बेचने और टीकमगढ़ में खाद की लाइन में लगी युवती से मारपीट के बाद अब ताजा मामला मध्यप्रदेश के सतान जिले के मैहर इलाके का है, जहां पर कालाबाजारी करके के अवैध तरीके से बेची जा रही 365 बोरी डीएपी खाद बरामद की गई है. छापामारी से पहले ही दुकान संचालक भाग निकला. कृषि विभाग ने कार्यवाही शुरू कर दी है.
सरकार लाख दावे करे लेकिन मध्य प्रदेश में खाद की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला सताने जिले के मैहर का है, जहां कालाबाजारी का खेल सड़क पर खुलेआम चल रहा था. यहां से गुजरते हुए कृषि विभाग के अधिकारी की नजर पड़ने के बाद उन्होंने मौके पर जांच की तो अवैध तरीके से रखी गई 365 बोरी डीएपी खाद पकड़ी गई. इससे पहले छापा पड़ते ही दुकान संचालक भाग निकला. कृषि अधिकारी ने खाद जब्त कर उसे सरकारी गोदाम में रखवा दिया है. वहीं, खाद की कालाबाजारी करने वाले पवन ट्रेडर्स और चंचल ट्रेडर्स के संचालक मौके से भाग खड़े हुए है.
मध्य प्रदेश में किसान इन दिनों खाद की किल्लत के चलते न सिर्फ सरकारी गोदामों के चक्कर काट रहा है,बल्कि व्यापारियों के आगे मजबूर हैं. वहीं, व्यापारी किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाने दामों पर खाद बेचकर अपनी तिजोरी भर रहा है. सीधे शब्दों में कहा जाय तो खाद पर कालाबाजारी का खेल बदस्तूर जारी है. मैहर जिले में शुक्रवार की सुबह कृषि अधिकारी मनोज कश्यप एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. जहां पवन ट्रेडर्स और चंचल ट्रेडर्स के बाहर खाद की बोरियां लगी थीं और खाद लेने के लिए किसानों की लंबी कतार लगी दिखी. कृषि अधिकारी ने छापामार कार्यवाही की जिसमें जांच के दौरान 500 बोरियो में से 365 बोरियों का हिसाब नहीं मिला. इस पर उन बोरियों को जब्त कर सरकारी गोदाम में रखवा दिया. कृषि अधिकारी की मानें तो छापे की खबर लगते ही मौके से दोनों दुकान संचालक भाग खड़े हुए हैं. हालांकि, अधिकारी कार्यवाही की बात कर रहे हैं.
सतना जिले के कृषि अधिकारी मनोज कश्यप ने बताया कि रबी सीजन की बुवाई को देखते हुए विभाग की ओर से उर्रवक दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है. ताकि किसानों को उचित दाम पर और समय पर खाद उपलब्ध कराई जा सके. आज आबा जनजाति के कार्यक्रम से लौट रहा था तो दुकान खुली मिली और किसानों की लाइन लगी थी. निरीक्षण के लिए हमारी यहां टीम पहुंची तो दोनों दुकानदार भाग गए. पवन ट्रेडर्स और चंचल ट्रेडर्स के यहां पर कुछ किसान भी मिले. किसानों का कहना था कि ये DAP रखे हुए हैं, जबकि इनके स्टॉक में नहीं दिख रहा है और किसानों को अधिक दाम पर बेच रहे हैं. कृषि अधिकारी ने कहा कि एडीएम को सूचित किया था, तो वह भी मौके पर आ गए. इसके अलावा एसडीओ बागरी की देखरेख में खाद को जब्त किया गया और शासकीय गोडाउन में रखवाया है. आरोपियों पर विधिवत कार्यवाही करवाएंगे.
इससे पहले टीकमगढ़ जिले की कृषि उपज मंडी में यूरिया, डीएपी खाद पाने के लिए किसानों की लंबी-लंबी लाइन देखी जा रही हैं. यहां पर बीते बुधवार को खाद लेने पहुंचे युवती डूडा गांव की नेहा लोधी ने महिला कांस्टेबल ने पर मारपीट करने और उसे लाइन में पीछे खड़ा कर देने का आरोप लगाया. युवती के परिजन समेत खाद लेने के लिए लाइन में लगे लोगों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे की सूचना पर टीकमगढ़ एडीएम प्रताप सिंह चौहान, एसडीएम संजय दुबे, तहसीलदार और पुलिस एसडीओपी को मामला शांत कराना पड़ा था. इससे पहले यूपी के औरेया में खाद के लिए आए किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. जबकि, झांसी जिले की मउरानीपुर में पीसीएफ खाद गोदाम पर खाद पाने के लिए देर रात से किसान परिवार के लोग बारी-बारी से लाइन में लगे थे.
स्थानीय पुलिस को नकली खाद बनाने की मुखबिरों से सूचना मिल रही थी जिस पर जिला कृषि विभाग के अधिकारियों और सहकारिता के सहायक आयुक्त और निबंधक ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की तो सभी के होश उड़ गए. बदमाश मध्यप्रदेश से अन्नदाता उर्वरक जिंकटेड सिंगल सुपर फास्फेट की खरीद कर उसे भारत एनपीके की बोरियों में भरकर दो से तीन गुना अधिक दामों बेची जा रही थी. एसपी पलाश बंसल ने बताया कि पुलिस को मुखबिरों से नकली खाद ठिकाने की सूचना मिली थी. अधिकारियों की मौजूदगी में जब छापेमारी की गई तो वहां नकली खाद के साथ ही नकली शराब बनाने का भी काम किया जा रहा था. 5 आरोपियों पर कार्रवाई की गई है. (सतना से वेंकटेश द्विवेदी, टीकमगढ़ से सुधीर कुमार जैन और महोबा से नाहिद अंसारी की रिपोर्ट)
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