गोहाना अनाज मंडी में डीएपी खाद के वितरण को लेकर अव्यवस्था का माहौल बन गया. लोग खाद खरीदने के लिए लाइन में खड़े थे और कुछ लोगों के बीच बहस भी हो गई. पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर खाद वितरण शुरू किया. लोग सुबह से ही लाइन में खड़े थे और कई लोगों ने शिकायत की कि खाद मिलना बहुत मुश्किल हो रहा है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल भी मौके पर पहुंचे और कहा कि हर काम के लिए लोगों को लाइन में लगना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि गोहाना की अनाज मंडी में 15 तारीख से धान और बाजरे की खरीद शुरू होनी थी, लेकिन अभी तक शुरू नहीं हुई. दूसरी ओर किसान खाद के लिए लंबी-लंबी लाइन में खड़े हैं. जब भी फसल बेचने का समय होता है, तो फसल समय पर नहीं बिक पाती. उन्होंने कहा कि खाद खाने की चीज नहीं है, लेकिन किसानों पर ब्लैक मार्केटिंग का आरोप लगाया जाता है.
उन्होंने कहा कि बताइए, क्या आज तक कोई किसान इस आरोप में पकड़ा गया है? किसानों पर ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए और किसानों को समय पर खाद मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर 18 तारीख तक अनाज मंडियों में धान और बाजरे की खरीद शुरू नहीं हुई तो सभी मुख्यालयों पर किसान सुबह से शाम तक भूख हड़ताल और धरना देंगे.
इस दौरान, मदीना गांव के किसानों ने शिकायत की कि लाइन में लगातार धक्का-मुक्की हो रही थी और कोई उचित व्यवस्था नहीं थी. इससे उन्हें खाद लेने में काफी परेशानी हो रही थी. किसान जगबीर ने यह भी कहा कि लाइन में भीड़ ज़्यादा होने के कारण उनकी जेब कट गई और पैसे चोरी हो गए. खाद लेने आए दूसरे किसानों ने कहा कि गोहाना अनाज मंडी में खाद वितरण केंद्र पर पर्याप्त कर्मचारी नहीं थे. उन्होंने कहा कि उनकी धान की फसल (1509 किस्म) पककर तैयार हो गई है, लेकिन उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
एक बुजुर्ग किसान ने कहा कि उन्हें कई दिनों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ा. उन्होंने सरकार से किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेने और खाद की कमी की समस्या का समाधान करने की अपील की. बिधाल गांव की एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि वे खाद लेने के लिए वितरण केंद्र आई थीं और कई घंटों से लाइन में खड़ी थीं, उन्हें बहुत परेशानी हो रही थी. बुताना गांव के रोहतास ने कहा कि वह सुबह से लाइन में खड़ा है और उससे पहले सिर्फ 50 लोगों को ही खाद मिली है; वह 51वें नंबर पर है और अभी तक उसे खाद नहीं मिली. उसने यह भी आरोप लगाया कि कई अन्य लोग भी बिना खाद के रह गए.
इस बीच, गोहाना में कृषि और किसान कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कल खाद का एक खेप यहां पहुंचा है. उन्होंने कहा कि किसानों को लगातार खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि फसल बोने का मौसम अभी नहीं आया है, इसलिए किसानों को फसल बोने के मौसम में पर्याप्त मात्रा में खाद मिल जाएगी.
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