DAP खाद के टोकन के लिए मची भगदड़, किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज

DAP खाद के टोकन के लिए मची भगदड़, किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज

हनुमानगढ़ जिले के भादरा कस्बे में डीएपी खाद के लिए त्योहार के दिन भी किसानों को DAP खाद की कमी के कारण लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ा. किसानों को खाद तो नहीं मिली ऊपर से पुलिस का डंडा भी खाना पड़ा.

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 DAP खाद के टोकन के लिए मची भगदड़, किसानों पर पुलिस का लाठीचार्जखाद की लाइन में लगे किसानों पर लाठीचार्ज (AI Image)

खाद मांगना गुनाह सा हो गया है. जो अन्नदाता खेती करके देश का पेट भरता है, जिस किसान के बलबूते भारत अनाजों का एक्सपोर्ट कर ग्लोबल मार्केट में अपनी धाक मचाता है, उसी किसान को देश के भीतर खाद मांगने पर लाठी मिलती है. इस साल देश में खाद संकट देखा गया है. खरीफ सीजन में पहले यूरिया नहीं मिल रही थी, वही सिलसिला रबी सीजन में भी बरकरार है. देश के कई हिस्सों से DAP के शॉर्टेज की खबरें आ रही हैं. अब ताजा मामला राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा कस्बे से जहां किसानों को खाद मांगने पर खाद तो नहीं मिली ऊपर से पुलिस की लाठी खानी पड़ी.

किसानों पर लाठीचार्ज 

हनुमानगढ़ जिले के भादरा कस्बे में डीएपी खाद के लिए त्योहार के दिन भी किसानों को DAP खाद की कमी के कारण लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ा. बड़ी संख्या में महिलाएं अपने पतियों के साथ खाद के टोकन लेने के लिए लाइन में लगी हुई थीं. टोकन वितरण के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली, जिसके कारण पुलिस को किसानों की भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा. इस घटना में कई किसानों को चोटें आने की खबर है. 

भीड़ में काबू पाने के लिए बल प्रयोग

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भादरा में एक वितरण केंद्र पर डीएपी खाद के टोकन बांटे जा रहे थे. सुबह से ही दूर-दराज के गांवों से आए सैकड़ों किसान और महिलाएं टोकन लेने के लिए इकट्ठा हो गए थे. टोकन की सीमित संख्या और वितरण की अव्यवस्थित प्रक्रिया के कारण किसानों के सब्र का बांध टूट गया. देखते ही देखते, लाइन में धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी मच गई.

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स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग किया. हालांकि, भीड़ पर काबू पाने के प्रयास में पुलिसकर्मी किसानों पर लाठियां बरसाते नजर आए, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया.

ये है किसानों की मांग

किसानों का आरोप है कि उन्हें टोकन की जगह पुलिस की लाठियां मिलीं. इस लाठीचार्ज में कुछ किसानों को मामूली चोटें आईं. किसानों और महिलाओं ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं, जिसके कारण उन्हें हर बुवाई के मौसम में इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है. किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि खाद की पर्याप्त आपूर्ति तत्काल सुनिश्चित की जाए और टोकन वितरण की एक व्यवस्थित प्रणाली लागू की जाए ताकि किसान सम्मानजनक तरीके से अपनी जरूरत पूरी कर सकें. साथ ही उन्होंने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है. 

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